दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

ऐसे करें बागवानी की शुरुआत - मिट्टी का चयन

अपनी छोटी सी बगिया सभी को अच्छी लगती हैं, अगर घर में जगह नहीं हैं तो कम से कम रंगबिरंगी बोतल में मनीप्लान्ट तो लोग ज़रूर ही रखते हैं। भले ही फ्लैट की बालकनी हो या घर के सामने की जगह, या फिर छत  बागवानी सभी को लुभाती है, तो आइये जानते हैं कैसे करें बागवानी की शुरुआत|

मिट्टी का चयन, gardening, बागवानी, home garden, kitchen garden, plants, lifestyle
बागवानी की शुरुआत

By

Published : Aug 17, 2021, 5:29 PM IST

कहते हैं पेड़ पौधे अपने साथ एक सकारात्मक ऊर्जा लेकर आते हैं, अगर आपका मन ख़राब हो या फिर आप तनाव में हैं घर के पास के गार्डन में घूम कर देखिए आप तरोताज़ा महसूस करेंग। हरियाली फिर वह मनीप्लान्ट की हो या किसी बड़े पेड़ की, आपके मानसिक स्वस्थ्य पर पॉजिटिव असर डालती है। आजकल सोशल मीडिया पर लोग अपने घर के फुलों, शो प्लांट्स या अपने गार्डन्स की पिक्चर डालते हैं, और आप भी प्रेरित हो जातें हैं एक बगिया बनाने के लिए, आइये जानते हैं कैसे करें एक छोटी सी शुरुआत

१. किस तरह की मिट्टी का चयन करें

मिट्टी का चयन

बागवानी का मतलब मिट्टी में हाथ डालना, मतलब हाथ गंदे करना, पर आप किस तरह की मिट्टी से अपने हाथ गंदे करते हैं वह आपके पौधों का भविष्य बताती है। स्वस्थ पौधों के लिए सही मिट्टी का होना बहुत ज़रूरी है, इसलिए किसी भी पौधे को लगाने के पहले ये बात ज़रूर जान लें की कौनसे पौधे के लिए कौनसी मिट्टी सही है। मिट्टी के साथ-साथ आपको खाद का भी पूरा ज्ञान होना चाहिए, क्योंकि उपयुक्त खाद पौधों के विकास के लिए बहुत ज़रूरी है।

२. पौधों के बीच दूरी बनाये रखें

पौधों के बीच दूरी

अगर आप अपने बगीचे में खूब सारे पौधे लगाने का सोच रहे हैं तो यह बहुत ज़रूरी है की आप पौधों के बीच में दूरी बनाये रखें, क्योंकि जड़ों से लेकर तने तक पौधों को बढ़ने के लिए जगह की ज़रूरत होती है। अगर पौधे बिना दूरी के पास-पास लगाए जाते हैं तो, कई पौधे पोषण की कमी से मर जाते हैं और कुछ पौधों का विकास नहीं होता। अगर आप गमलों में पौधे लगा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें की गमले का आकार और डिज़ाइन पौधे के अनुसार हो। इसके लिए आप जो भी पौधा उगाना चाहते हैं उसके बारें में जानकारी रखना ज़रूरी है।

३. पौधों की सिंचाई का रखें ध्यान

पौधों की सिंचाई

जैसे हमें पानी की जरूररत है, पौधों के लिए भी पानी अत्यावश्यक है। लेकिन इस बात का ध्यान ज़रूर रखें की आप कहीं अतिउत्साह में पौधों को ज़रुररत से ज्यादा पानी ना डाल दें, क्योंकि इससे आपके पौधें की जड़ सड़ने का खतरा बढ़ जाता हैं और कई बार पौधे मर भी सकते हैं। ज़मीन में लगाए हुए पौधों की तुलना में गमलों में लगे पौधों को पानी नियमित रूप से डालना पड़ता है। हमेशा ये ध्यान रखें की आपक पौधों की मिट्टी में हमेश नमी बनाये रखें पर ज्यादा पानी डाल कर कीचड़ न करें।

४. पौधे पनपते हैं सही धूप में

सही धूप

हम बचपन से पढ़ते आये हैं की पौधे अपना खाना सूर्य के प्रकाश में फोटोसिंथेस की प्रक्रिया से बनाते हैं, इसलिए पौधों को धूप दिखना बहुत ज़रूरी है। भले ही आपके पास बहुत सारे पौधे इंडोर हों लेकिन उन्हें भी धूप हफ्ते में एक बार ज़रूर दिखाएं। पौधों को ६-८ घंटे की धूप बहुत ज़रूरी होती है, जब भी आप कोई भी पौधा खरीदें तो उसके बारें में पूरी जानकारी लें और घर के उस कोने में लगाए जहाँ धूप आती हो। अगर किसी कारणवश धूप नहीं आती हो तो ऐसे पौधे लगाएं जो छाया में भी लग जाते हैं।

५. सब्र का पौधा होता हैं हरा भरा

सब्र का पौधा होता हैं हरा भरा

जी हाँ बागवानी के लिए सब्र का होना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि एक स्वस्थ और हरा-भरा पौधा उगने में समय लगता है। जब आप कोई पौधा बीज से लगा रहे हैं तो उसके उगने के समय के बारे में सही जानकारी लें, अगर किसी पौधे की रोपें लगा रहे हैं, तो उसके बारें में भी जानकारी लें। कोई भी पौधा समय, ऋतु और पोषण के अनुसार ही फूल या फल देता है या फिर उसका विकास होता है। इसलिए अपने पौधों की सही से देखभाल करें, ज्यादा धूप और पानी से बचाएँ और उपयुक्त खाद और मिट्टी का प्रयोग करें।

पढ़ें:'वर्क फ्रॉम होम' के लिए ऐसे तैयार करें अपने घर को

ABOUT THE AUTHOR

...view details