नयी दिल्ली: पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक जाने और मतदाताओं को राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने को कहा. पूर्व सांसद ने राज्य के नेताओं से भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को भी कहा. छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के अंत में मतदान होगा. कांग्रेस 2018 में 68/90 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी.
इस बार राहुल ने प्रदेश टीम को 75 प्लस सीटों का लक्ष्य दिया है. बुधवार को राहुल ने पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एआईसीसी टीम और राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. छत्तीसगढ़ की एआईसीसी प्रभारी कुमारी शैलजा ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मैं राज्य में नई हूं, लेकिन राहुल जी लंबे समय से राज्य का दौरा कर रहे हैं और इसे विस्तार से जानते हैं. उन्होंने हमें आने वाले चुनावों की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन दिया.
शैलजा ने कहा कि उन्होंने हमसे समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को कहा. हमारे कार्यकर्ता बूथ स्तर तक जा रहे हैं. वे दो काम कर रहे हैं- पहला राज्य सरकार की उपलब्धियों को समझाना और दूसरा भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को बताना. राहुल जी ने हमसे कहा कि पार्टी और सरकार को चुनाव के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार से काफी उम्मीदें हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रयास किया जा रहा है कि कार्यकर्ता संतुष्ट रहें. अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि उसी के अनुरूप, राज्य के सभी नेताओं को बूथ चलो कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कहा गया है. छत्तीसगढ़ के नक्सल गढ़ बस्तर से लोकसभा सदस्य दीपक बैज ने बताया कि यह सामान्य बात है कि जब कोई सरकार बनती है, तो कार्यकर्ताओं को सरकार से कई उम्मीदें होती हैं.