नई दिल्ली : डेटिंग एप (dating apps) पर निर्भरता और अपनी पर्सनल चीजों को शेयर करना आम हो चुका है. बिना सामने वाले को समझे हम उस पर विश्वास करके अपनी सारी बातें किसी पराए के साथ शेयर कर लेते हैं. लगभग 10 से ज्यादा ऑनलाइन डेटिंग एप्स प्रचलित हैं. जिसमें लाखों रोज रोजाना अकाउंट बनाते हैं. सब्सक्रिप्शन लेते हैं और अपने मनचाहा पार्टनर की तलाश करते हैं. ऐसे मामले आए हैं जिनमें डेटिंग एप्स के जरिए कोई लड़का आपको लड़की बनकर या फिर कोई लड़की आपको बहला-फुसलाकर सभी जानकारी ले लेती है और मिलने के बहाने अपने साथियों के साथ लूटपाट कर लेती है.
अब संभल जाइए इन डेटिंग एप्स में कई ऐसे ग्रुप सक्रिय हो गए हैं. जो लोगों को हायर करने लगे हैं. प्रतिदिन ₹800 की दर से जो लड़की बनकर आपके साथ डेटिंग एप्स में प्रोफाइल बनाकर अपने जाल में फंसाएगा. डेटिंग एप्स में कई फोटो महिलाओं की आपको ऐसी मिल जाएंगी, जिन पर नंबर लिखे होते हैं. दिल्ली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. राहुल नाम (बदला हुआ नाम) के शख्स ने हम से संपर्क किया.
उसने बताया कि एक बार जब वह टिंडर इस्तेमाल कर रहा था तो उसे एक फोटो पर नंबर लिखा हुआ दिखा. उसने उस फोटो पर व्हाट्सएप में मैसेज किया तो सामने वाले ने मैसेज का जवाब देते हुए कहा कि अगर वह अपनी प्रोफाइल बनाकर उसमें लड़कियों की फोटो लगाएगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों से बात करेगा तो उसे रोजाना की दर से ₹800 मिलेंगे. अगर उसे यह ₹800 चाहिए तो अपना पेटीएम नंबर या फिर अकाउंट नंबर उसी व्हाट्सएप नंबर पर साझा करे. राहुल इन पूरी बातों से डर गया और उसने वह नंबर ब्लॉक कर दिया. आगे किसी के साथ यह फ्रॉड ना हो, इसलिए राहुल ने ईटीवी भारत के साथ इसका एक स्क्रीनशॉट साझा किया है.
डेटिंग एप्स पर प्रोफाइल बनाने वाले हो जाएं सावधान मनोचिकित्सक मंजू अग्रवाल ने बताया कि डेटिंग केवल सिंपल कैजुअल अफेयर बहुत लोगों के लिए नहीं भी होता है. यह बहुत सीरियस अफेयर भी हो सकता है. इस सीरियस अफेयर का क्या इफ़ेक्ट होगा, क्या अंजाम होगा. लोग नहीं सोच सकते, क्या-क्या हो सकता है. कुछ लोग इतना ज्यादा डेटिंग में इन्वॉल्व हो जाते हैं. इमोशनली इन्वॉल्व हो जाते हैं. दूसरा व्यक्ति अच्छी-अच्छी बातें आपको बोलता है. उससे आपको अच्छा लगता है. उससे आप ज्यादा ही इमोशनल हो जाते हैं.
अगर आपको यह पता चले कि यह सब धोखाधड़ी है तो आपका दिल टूट सकता है. आपका ह्यूमैनिटी पर से विश्वास उठ सकता है. लोगों पर विश्वास उठ सकता है. यही नहीं लोग सुसाइड भी कर सकते हैं. उनका नर्वस ब्रेकडाउन हो सकता है. यह बहुत ज्यादा अनइथिकल है कि आप पहचान बदलकर दूसरे को बेवकूफ बनाएं. इसके परिणाम ब्लैकमेल के भी हो सकते हैं. क्रिमिनल इंटेंशन के भी हो सकते हैं तो इन के मद्देनजर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
यह भी पढ़ें- डेटिंग एप पर दोस्ती, फिर ठगी- अब बेंगलुरु से पकड़ लाई दिल्ली पुलिस
साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा ने बताया कि कई मामले निकलकर सामने आए हैं. जिनमें लड़कों को ट्रैप किया जाता है. ट्रैप करने के बाद उनसे धन उगाही की जाती है. ज्यादातर मामले डेटिंग एप्स के जरिए हो रहे हैं. इसमें एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जालसाज करते हैं. डेटिंग एप्स पर आंख बंद करके भरोसा ना करें. वर्चुअल वर्ल्ड में आप किससे इंटरैक्ट कर रहे हैं, आप कभी भी नहीं जान पाते हैं. हो सकता है कि जिस व्यक्ति को आप महिला समझकर इंटरैक्ट कर रहे हों वह पुरुष हो. लिहाज़ा सावधान हो जाएं और वर्चुओअल दुनिया से बाहर निकलकर हक़ीक़त की ज़िंदगी जीएं.