इंदौर। पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर BBA के एक स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली (youth suicide in indore). उसने तेजाजी नगर थाने के SI विकास शर्मा और चंदन नगर थाने के TI दिलीप पुरी को खुदकुशी का जिम्मेदार ठहराया है. घटना से पहले मोबाइल स्टे्टस पर इनके नाम डाले थे. पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. एरोड्रम थाना क्षेत्र (Aerodrome Police Station) के नगीन नगर में रहने वाले आकाश ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के समय परिजन काम से बाहर गए थे. जब लौटकर आए तो देखा कि आकाश अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटक रहा है. इसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत एरोड्रम पुलिस को दी.
बीबीए फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था आकाश
एरोड्रम थाने की एसआई कल्पना चौहान के मुताबिक, घटना विजय श्री नगर की है. आकाश (21) पुत्र माणकचंद बडिया, महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज में बीबीए का फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था. मृतक आकाश के मोबाइल पर एक स्टेटस मिला है, जिसमें उसने तेजाजी नगर थाने के SI विकास शर्मा और चंदन नगर थाने के TI दिलीप पुरी को खुदकुशी का जिम्मेदार बताया है. पुलिस ने परिवार वालों के बयान लेने के बाद जांच शुरू कर दी है.
परिजनों ने बतायी आत्महत्या की वजह
एरोड्रम पुलिस घटना के काफी देर बाद मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए इंदौर के जिला हॉस्पिटल पहुंचाया. मृतक आकाश के भाई विकास ने बताया आकाश की दोस्ती उसके कॉलेज में पढ़ने वाली जाह्नवी के साथ थी. 10 फरवरी को दोनों कॉलेज से घूमने गए थे. SI विकास शर्मा जो जान्हवी को खुद का रिश्तेदार (चाचा) बताते हैं, उन्होंने दोनों को देख लिया था. इसके बाद विकास शर्मा ने आकाश को पकड़ा और अपने साथ चंदन नगर थाने ले गए. यहां स्टाफ के सामने झूठे केस में फंसाने, भाई को सस्पेंड कराने और परिवार को परेशान करने की धमकी देते हुए लड़की से दूर रहने के लिए कहा. इसके बाद से आकाश तनाव में चल रहा था.