Bastar Bandh Against Manipur Violence: मणिपुर में महिलाओं से दरिंदगी पर बस्तर में गुस्सा, सर्व आदिवासी समाज ने बुलाया बस्तर बंद, मोदी सरकार पर बोला हमला
Bastar Bandh Against Manipur Violence मणिपुर हिंसा और महिलाओं से बदसलूकी पर छत्तीसगढ़ में लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है. इस घटना के विरोध में सोमवार को सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद बुलाया. दंतेवाड़ा में बंद सफल रहा. कांकेर, नारायणपुर, जगदलपुर और कोंडागांव समेत समूचे बस्तर में भी बंद का असर देखने को मिला. छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों में भी विरोध में मणिपुर हिंसा पर विरोध प्रदर्शन हुआ. Bastar News
मणिपुर में महिलाओं से दरिंदगी पर बस्तर में गुस्सा
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Published : Jul 24, 2023, 4:03 PM IST
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Updated : Jul 24, 2023, 10:35 PM IST
मणिपुर हिंसा पर दंतेवाड़ा में प्रदर्शन
दंतेवाड़ा/कांकेर/नारायणपुर/बस्तर/कोंडागांव: मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को नग्न कर उनके साथ यौन हिंसा की घटना पर पूरे देश में उबाल है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी इस दरिंदगी को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. मणिपुर में महिलाओं से रेप और बदसलूकी का बस्तर के लोगों ने विरोध किया. बस्तर में सर्व आदिवासी समाज की तरफ से बंद का आह्वान किया गया था. एक दिवसीय बंद पूरी तरह सफल रहा. इस विरोध प्रदर्शन को बस्तर के व्यापारियों ने भी समर्थन दिया.
दंतेवाड़ा में सड़कों पर उतरा सर्व आदिवासी समाज: दंतेवाड़ा में पूरी तरीके से दुकानें बंद रही. जिले के चार ब्लॉकों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला. इस बंद को छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी अपना समर्थन दिया है. सुबह से ही लोग अपनी दुकानें बंद रख कर मणिपुर में हिंसा का विरोध जता रहे है. बंद से एक दिन पहले सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने जयस्तंभ चौक पर कैंडल मार्च निकाला. कैंडल जलाकर लोगों ने 2 मिनट का मौन धारण किया. इसके साथ ही मणिपुर की घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की.
"मणिपुर में महिलाओं के साथ भयावह हिंसा की घटना निंदनीय है. इस घटना पर केंद्र सरकार की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. राज्य सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है"- सत्यनारायण कर्मा, जिलाध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज, दंतेवाड़ा
कांकेर में बंद का सात ब्लॉकों पर दिखा असर: मणिपुर की घटना पर कांकेर में सर्व आदिवासी समाज के बंद का सात ब्लॉकों पर असर पड़ा है. सुबह से दुकानें बंद रही. आदिवासी युवतियों ने केंद्रीय मंत्रियों का पुतला फूंका. इस बंद को कांकेर में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने अपना समर्थन दिया है. आदिवासी समाज के लोग सड़कों पर उतरे और मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
कांकेर में बंद का दिखा व्यापक असर
"मणिपुर में महिलाओं के साथ भयावह हिंसा की घटना निंदनीय है. इस घटना पर प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है"- योगेश नरेटी, युवा प्रभाग अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज
नारायणपुर में बंद रहीं दुकानें, सड़कें रहीं सूनी: मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ अमानवीय हरकत पर नारायणपुर में भी आदिवासी समाज ने बंद बुलाया. इस बंद की वजह से नारायणपुर में सभी दुकानें बंद रही. सड़कों पर भी आवाजाही कम दिखी. सर्व आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि "मणिपुर में आदिवासी युवतियों के साथ हुई घटना निंदनीय है. जिसका विरोध पूरा समाज करता है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता है.भविष्य में इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए."
मणिपुर में हिंसा के खिलाफ बस्तर बंद का दिखा व्यापक असर: मणिपुर की घटना के खिलाफ बस्तर में सर्व आदिवासी समाज के बंद का व्यापक असर देखने को मिला. जगदलपुर, कोंडागांव, सुकमा और बीजापुर में भी आदिवासी समाज ने बंद बुलाया था. इस बंद को व्यापारियों ने भी अपना समर्थन दिया. कई जगह दुकानें बंद रही. सड़कें सूनी दिखाई दी. इस बंद के दौरान केंद्र की आदिवासी समाज के खिलाफ लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया.
महासमुंद में भी हुआ विरोध प्रदर्शन: बस्तर के अलावा छत्तीसगढ़ के कई जिलों जैसे की बालोद और महासमुंद में भी मणिपुर हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ. महासमुंद में महिला कांग्रेस ने मोदी सरकार और मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह पर हमला बोला. पीएम मोदी से मणिपुर मामले में कार्रवाई की मांग की. महासमुंद ओवर ब्रिज के पास नगर पालिका अध्यक्ष और कांग्रेस नेत्री राशि त्रिभुवन महिलांग के नेतृत्व में उनके समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद प्रधानमंत्री और मणिपुर के मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस की महिला नेताओं ने पीएम मोदी से इस मामले में तत्काल एक्शन लेने की मांग की.