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Love jihad पर बरेली संगठन का फतवा, इस्लामिक पहचान छिपाकर शादी करने को बताया हराम

बरेली में दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन चशम-ए-दारुल इफ्ता की ओर से लव जिहाद पर फतवा जारी किया गया है. इसमें दूसरे मजहब की लड़कियाें से प्यार करना नाजायज बताया गया है.

बरेली में लव जिहाद पर फतवा जारी किया गया.
बरेली में लव जिहाद पर फतवा जारी किया गया.

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Published : Mar 5, 2023, 7:01 PM IST

बरेली में लव जिहाद पर फतवा जारी किया गया.

बरेली :जिले के दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन चशम-ए-दारुल इफ्ता ने लव जिहाद पर फतवा जारी किया है. इसमें मुस्लिम कौम के नौजवानों का कड़ा पहनना, लाल धागे का कलावा बांधना, माथे पर टीका लगाने के अलावा अपनी पहचान छिपाकर दूसरे मजहब की लड़कियों से मोहब्बत करने काे नाजायज बताया गया है. रविवार काे ये फतवा बाराबंकी के डॉ. मोहम्मद नदीम के सवाल के जवाब में जारी किया गया.

बता दें कि देश में आए दिन लव जिहाद के मामले सामने आते रहते हैं. इसे लेकर मुस्लिम संगठन और मुस्लिम समाज से जुड़े लोग लगातार सवाल कर रहे हैं. इसे लेकर बरेली के चशम-ए-दारुल इफ्ता ने फतवा जारी किया है. इसमें मामले से जुड़े सभी सवालाें के जवाब देने की काेशिश की गई है.

बरेली के दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने रविवार काे इसे लेकर मीडिया से भी बातचीत की. बताया कि बाराबंकी के रहने वाले डॉ. मोहम्मद नदीम ने चशम-ए-दारुल इफ्ता से लव जिहाद से जुड़े कई सवाल पूछे थे. इस सवाल के जवाब में एक फतवा जारी किया गया. इसमें मुस्लिम कौम के नौजवानाें का गैर मुस्लिम लड़कियों से मोहब्बत करना हराम बताया गया है. इसके अलावा हाथ में कड़ा पहनना, लाल धागे का कलावा बांधना, माथे पर टीका लगाना, अपनी पहचान छिपाकर सोशल मीडिया पर गैर मुस्लिम लड़कियों से बातचीत करना, गैर इस्लाम धर्म कबूल करना, गैर मुस्लिम लड़कियाें से शादी करना आदि काे भी हराम बताया गया है.

दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन चशम-ए-दारुल इफ्ता की ओर से जारी किया गया फतवा.

राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने बताया कि लव जिहाद के मामले सामने आने के बाद मुस्लिम समाज बदनाम होता है. इस्लाम में यह सब गलत है. ऐसे नौजवानों को सही राह दिखाने के लिए फतवा जारी किया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जाे भी मुस्लिम युवक सोशल मीडिया पर अपना इस्लामिक नाम छुपाते हैं, गैर मुस्लिम नाम रखते हैं, इस्लाम उन्हें ऐसे किसी भी कृत्य से बचने और तौबा करने की हिदायत देता है. काेई मुस्लिम लड़का ऐसी किसी भी हरकत में शामिल है, या उसकी नीयत और ईमान में खोट पैदा हो रही है तो वक्त रहते उसे तौबा करनी चाहिए.

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