नई दिल्ली : पिछले हफ्ते अफगानिस्तान में समूह की नई सरकार बनाने को लेकर तालिबान के नेताओं के बीच एक बड़ा विवाद छिड़ गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और एक कैबिनेट सदस्य के बीच राष्ट्रपति भवन में बहस हुई.
हाल के दिनों में बरादर के गायब होने के बाद से तालिबान के नेतृत्व में असहमति की अपुष्ट खबरें आई हैं.
तालिबान के एक सूत्र ने बीबीसी पश्तो को बताया कि बरादर और खलील उर-रहमान हक्कानी( शरणार्थियों के मंत्री और आतंकवादी हक्कानी नेटवर्क के भीतर एक प्रमुख व्यक्ति) के बीच तीखी बहस हुई, क्योंकि उनके अनुयायी एक-दूसरे के साथ विवाद कर रहे थे.
तालिबान के सूत्रों ने बीबीसी को बताया कि बरादर ने काबुल छोड़ दिया और विवाद के बाद कंधार शहर भाग गया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कतर में स्थित तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य और इसमें शामिल लोगों से जुड़े एक व्यक्ति ने भी पुष्टि की कि पिछले सप्ताह के अंत में एक बहस हुई थी.
सूत्रों ने कहा कि बहस इसलिए छिड़ गई क्योंकि नए उप प्रधानमंत्री बरादर अपनी अंतरिम सरकार के ढांचे से नाखुश थे.
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