हैदराबाद: नारकोटिक एनफोर्समेंट विंग (HNU) देश भर में ड्रग सप्लाई लिंक का भंडाफोड़ कर रहा है. गोवा स्थित रैकेट के प्रमुख मास्टरमाइंड प्रीतीश बोरकर, डिसूजा और एडविन न्यून्स पहले ही पकड़ा जा चुका है. बालमुरुगन को हाल ही में सलाखों के पीछे भेजा गया है. उसके सेलफोन पर मिली सूची के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 6000 लोग ड्रग्स खरीदते हैं.
जांच एजेंसी ने करीब 2000-2200 लोगों को नोटिस दिया है. नशा करने वाले 150 लोगों को परामर्श और चिकित्सा उपचार प्रदान किया जा रहा है. तमिलनाडु के ड्रग सरगना बालमुरुगन को शुक्रवार को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया. वह होटल चलाता है. 15 साल से भी कम समय पहले एडविन न्यूज के संपर्क में आया था. सहयोगी रहते हुए उसने ड्रग गिरोहों से संपर्क बनाया.
यह निष्कर्ष निकाला गया कि ड्रग्स को उसके एजेंटों के माध्यम से संबंधित राज्यों के प्रमुख शहरों में पहुंचाया जा रहा था. उसने तमिलनाडु और कर्नाटक में आईटी पेशेवरों और छात्रों को निशाना बनाया और गांजा, हैश का तेल बेचा. उसे तमिलनाडु पुलिस ने कई बार गिरफ्तार किया और जेल भेजा. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे और जानकारी हासिल करने के लिए उसे हिरासत में लेंगे.
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गोवा में देश विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं. यहां के होटल, पब और क्लबों में मेहमानों के आगमन से हमेशा हलचल रहता है. शुरुआत में नाइजीरियाई लोग ड्रग्स बेचते थे. कालांतर में कुछ होटल व्यवसायी एजेंट बन गए. इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि शहर की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ज्यादातर होटल मालिक हैं. 10-15 वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर कोकीन, हेरोइन और एमडीएमए जैसी सिंथेटिक ड्रग्स की आपूर्ति का स्तर बढ़ गया.