नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और पाकिस्तान स्थित उसके नेता भारत में अलग-अलग जगहों पर आतंक पैदा करने के लिए हथियारों-बारूद और विस्फोटकों की खेप भेजते रहे हैं. एंटी टेरर एजेंसी की ओर से की गई जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि भारत-पाक सीमा के पास पूर्व-निर्धारित स्थानों पर ड्रोन के माध्यम से आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फरिंडा द्वारा पाकिस्तान से हथियारों, विस्फोटकों और ड्रग्स की कई खेप भेजी गई थी.
यह जांच पिछले साल मई में हरियाणा के बस्तर टोल प्लाजा से तेलंगाना जा रही एक कार से जब्ती और कुछ लोगों की गिरफ्तारी की अनुवर्ती कार्रवाई थी, जब पुलिस ने गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, अमनदीप सिंह उर्फ दीपा, परमिंदर सिंह उर्फ पिंडर और भूपिंदर सिंह को ले जा रही एक इनोवा कार को रोका था. वे तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), दो मैगजीन के साथ एक पिस्टल, 31 राउंड गोला-बारूद और 1.30 लाख रुपये इनोवा कार में पाए गए. ये सारी चीजें कार में विशेष रूप से डिजाइन किए गए एक कैविटी में रखी गईं थीं.
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि गोपी, दीपा, आकाश उर्फ आकाशदीप, सुखबीर सिंह उर्फ जशन और जरमलप्रीत सिंह ने हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नशीले पदार्थों की ये खेपें प्राप्त कीं. गोपी और अन्य लोगों को बीकेआई के नाम पर आतंकी हमले करने के लिए देश भर में विभिन्न स्थानों पर मादक पदार्थ इकट्ठा करने और आंशिक खेप पहुंचाने का काम सौंपा गया था. इनोवा कार का इस्तेमाल आरोपी व्यक्तियों द्वारा खेप के परिवहन के लिए किया जाता था.
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एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि गोपी ने इन वर्जित वस्तुओं की तस्करी कर बड़ी मात्रा में नकदी भी अर्जित की थी. जांच ने दूसरों के बैंक खाते में यह पैसा जमा करने के उसके तौर-तरीकों का पर्दाफाश किया है. एनआईए की टीम ने ऐसे ही एक खाते से 5.5 लाख रुपये जब्त किए हैं टीम ने 1 लाख रुपये भी बरामद किए जो गोपी ने छुपा कर रखे थे, इस मामले में कुल वसूली 7,80,000 रुपये हो गई है. एनआईए द्वारा 25 यूए (पी) अधिनियम 1967 के प्रावधानों के तहत गुरुवार को इस राशि की नकदी और इनोवा वाहन को 'आतंकवाद की आय' के रूप में जब्त किया गया था.