देहरादून :योगगुरु बाबा रामदेव इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं, तो कोरोना कर्फ्यू की भी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. जी हां, इस वैश्विक महामारी में देशभर के सभी स्कूल, जिम, योगशालाएं बंद हैं. शादी-विवाहों को सरकार ने रद्द करने का फरमान भी सुना दिया है. इतना ही नहीं श्मशान घाटों पर भी केवल 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं. कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने पर तमाम जगहों पर चालान की प्रक्रिया बदस्तूर जारी है. वहीं, दूसरी ओर बाबा रामदेव रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. जिसे लेकर प्रशासन बेखबर है.
दरअसल, योग गुरु बाबा रामदेव कोविड-19 की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए योग ग्राम में 100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा कर योग करवा रहे हैं. हालांकि, योग करवाना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन जब सरकार और देशभर के डॉक्टरों ने यह कह दिया है कि एक जगह पर इतनी गैदरिंग नहीं होगी तो भला बाबा इस बात को क्यों अनसुना कर रहे हैं. सवाल तो यह भी उठ रहा है कि जिलाधिकारी और एसएसपी के कार्यालय के नजदीक बना योग ग्राम कैसे सरकारी नजरों से अब तक दूर है? क्या बाबा ने इन सब लोगों को जुटाने की कोई परमिशन ली है या नहीं?
नियमों की उड़ रही हैं जमकर धज्जियां
बाबा रामदेव रोज सुबह 5 बजे से 8 बजे तक अपने निजी चैनल पर योग का लाइव प्रसारण करते हैं. वो योग ग्राम में लोगों को इकट्ठा कर योग करवाते नजर आ रहे हैं. यहां पर देश के अलग-अलग राज्यों से लोग आए हुए हैं. कल सुबह के कार्यक्रम में जब बाबा योग करवा रहे थे, उस समय भी करीब 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ योग ग्राम में बाबा के इस योग कार्यक्रम में मौजूद थी. इस कार्यक्रम में मास्क की बात करना तो बेईमानी सा लगता है. क्योंकि, कोई यहां मास्क पहने नजर नहीं आता है.
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