रोहतक: अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की स्मृति में शंखढाल व मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ. जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत, योग गुरु बाबा ने शिरकत की. इस दौरान सभी ने मठ के गद्दीनशीन महंत एवं अलवर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद बाबा बालकनाथ की चादर अभिषेक परंपरा में हिस्सा लिया.
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संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. सनातन धर्म की कोई चिंता नहीं है. भारतीय संस्कृति सनातन पर ही आधारित है. उन्होंने कहा कि भारत में अनेकता में एकता का अनूठा संगम देखने को मिलता है. सनातन सर्वत्र है, जो आत्मा के रूप में शरीर में निवास करता है. सनातन में सभी मतों व संप्रदायों का समावेश है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया सनातन धर्म के आधार पर चलती थी, चलती है और चलती रहेगी.
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कभी नष्ट नहीं हो सकता. सनातन धर्म को नष्ट करना अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने के समान है. मोहन भागवत ने सत्य पर चलने और असत्य से दूर रहने की सीख दी. उन्होंने कहा कि देश के लिए सामूहिक पुरुषार्थ में जुट जाना चाहिए. सबको अपना मानकर चलना चाहिए और संबंध हमेशा कायम रहना चाहिए. इस दौरान उन्होंने प्रहलाद व हिरण्यकश्यप का किस्सा भी सुनाया.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफगानिस्तान, यूक्रेन व गाजा का जिक्र करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में संघर्ष चल रहा है. लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. पूरी दुनिया में संकट आ रहा है. विश्व में कहीं शांति की गारंटी है, तो वो सनातन और भारत दे सकता है. हर देश भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ आशा की नजर से देखता है. भारत पूरी मजबूती से एक भारत, श्रेष्ठ भारत के साथ खड़ा है.
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण निर्माण जारी है. लोगों के लिए ये मंदिर पहले असंभव था, इसे भारत और सनातन धर्म ने संभव बना दिया. यूपी के सीएम ने कहा कि सभी मतों व संप्रदायों का लक्ष्य सनातन को पुनर्स्थापित करना है. सनातन के लिए लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण ही सर्वोपरि है. सनातन कभी भी जाति, मत व पंथ का भेदभाव नहीं करता.
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि पूरे राष्ट्र में संत सनातन का गौरव है. सनातन परंपरा हमेशा बनी रहेगी. एकजुटता से भारत विश्व गुरु बन सकता है. वर्ष 2047 का इंतजार करने की जरूरत नहीं है. अगर सभी मिलकर पुरुषार्थ करें, तो वर्ष 2035 तक विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि जब लोग राजनीति में आते हैं, तो उनकी जाति ढूंढने लग जाते हैं, लेकिन नाथ संप्रदाय ऐसा है जहां कोई जाति नहीं है. ये सनातन का गौरव है.
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उन्होंने कहा कि जो योगी होते हैं, वे कभी नहीं मरते, उनकी आत्मा हमेशा रहती है. स्वामी रामदेव ने लोगों का आह्वान किया कि वे स्वस्थ जीवन व दीर्घायु के लिए अपने जीवन में योग व प्राणायाम को शामिल करें. योग व प्राणायाम के नियमित अभ्यास से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि योग पद्धति ऋषि-मुनियों ने हमें दी है. भारत ने विश्व को योग दिया है.