अहमदाबाद: भारत के सात दिवसीय आधिकारिक दौरे पर आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने मंगलवार को अपने देश में भारतीय पारंपरिक दवाओं के उपयोग को याद किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि आयुर्वेद को मॉरीशस में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त है. जगन्नाथ गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ-ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ. टेड्रोस की उपस्थिति में किया.
उद्घाटन समारोह में जगन्नाथ ने कहा कि ग्लोबल सेंटर पारंपरिक दवाओं के लिए नीतियों, मानकों, लागत प्रभावी उपयोग, और नियामक ढांचे के निर्माण के लिए साक्ष्य और डाटा संकलित करेगा. मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने भी इस अवसर पर मॉरीशस के साथ जुड़ने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने विभिन्न संस्कृतियों में स्वदेशी चिकित्सा प्रणाली और हर्बल उत्पादों के महत्व पर प्रकाश डाला.
मॉरीशस के पीएम ने कहा कि इस केंद्र की स्थापना के लिए अब से अधिक उपयुक्त समय नहीं हो सकता था. उन्होंने केंद्र की स्थापना में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा समय के व्यक्तिगत योगदान को रेखांकित किया. प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने कहा, 'हम इस उदार योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय लोगों के बहुत आभारी हैं.' उन्होंने 1989 से मॉरीशस में आयुर्वेद की विधायी मान्यता का विवरण भी दिया और मॉरीशस के छात्रों को जामनगर में आयुर्वेदिक दवा के अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए गुजरात को धन्यवाद दिया.