अयोध्या: धर्मनगरी अयोध्या में इन दिनों भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है. इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक ऐसी तस्वीर को सोशल मीडिया में शेयर किया है, जो इस बात का प्रमाण है कि जमीन के अंदर दबाए गए अवशेष भगवान राम के भव्य मंदिर के ही थे. एएसआई की खोदाई के दौरान जमीन के कई फीट नीचे से निकाले गए अवशेषों की तस्वीर चंपत राय ने सोशल मीडिया में शेयर की है.
एएसआई की खोदाई में मिलीं शिलाएं इन तस्वीरों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि जमीन के नीचे से निकाले गए पत्थरों के टुकड़ों पर विभिन्न देवी देवताओं के चित्र बने हुए हैं. विशालकाय चक्र और शंख की आकृति बनी हुई है, जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि जिस स्थान पर आज भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है वहीं पर भगवान राम लला का प्राचीन मंदिर मौजूद था.
एएसआई की खोदाई में मिले पत्थर दिसंबर तक हो जाएगा राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का कामःजनवरी 2024 में भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माण होना है. जिसको लेकर राम जन्मभूमि परिसर में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सौजन्य से राम भक्तों की सहयोग से भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. दिसंबर 2023 तक ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा करने के साथ ही फर्स्ट फ्लोर का भी अधिक से अधिक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है.
एएसआई की खोदाई में मिले चक्र और अन्य सामान दिसंबर 2025 तक राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा पूराःबाकी वर्ष 2025 दिसंबर तक पूरा मंदिर और परिसर तैयार करने की योजना है. जिसको लेकर कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टर्बो और तकनीकी सहयोगी टाटा कंसल्टेंसी के विशेषज्ञ दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. इसी बीच ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय द्वारा सोशल मीडिया में शेयर की गई प्राचीन अवशेषों की तस्वीर ने राम भक्तों की आस्था को और मजबूत कर दिया है.
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