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राम मंदिर उद्घाटन से पहले ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों को चमकाया जाएगा, जानिए कितने हैं ऐसे स्थल

अयोध्या में जनवरी 2024 में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के उद्घाटन से पूर्व ऐतिहासिक और पौराणिक मठ, मंदिरों आश्रमों और कुंडों को सजाया और संवारा जाएगा. अयोध्या में ऐसे 37 मंदिर और धार्मिक स्थल है. इसके लिए योगी सरकार करोड़ों रुपये खर्च करेगी.

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 12, 2023, 3:23 PM IST

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अयोध्या: जनवरी 2024 में प्रस्तावित भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन से पूर्व ही पूरी अयोध्या को चमकाने का प्रोजेक्ट 24 घंटे चल रहा है. प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या के उन प्राचीन मंदिरों को भी सजाने और संवारने की योजना बनाई है, जो लंबे समय से अपेक्षा के शिकार हैं और जर्जर हो चुके हैं. इन मंदिरों की मरम्मत कर इन्हें पेंट कर लाइटिंग से सजाने के लिए प्रदेश सरकार ने एक बड़ी योजना बनाई है. इस पर कार्य शुरू हो गया है. अयोध्या के 37 ऐसे मंदिर और धर्मिक स्थल हैं, जिन्हें 30 दिसंबर 2023 तक चमक दिया जाएगा.

अयोध्या में जर्जर मंदिर

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम को विश्व स्तरीय धार्मिक एवं पर्यटन नगरी के रूप में विकसित एवं स्थापित करने के दृष्टिगत अयोध्या धाम का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या धाम में स्थित विभिन्न ऐतिहासिक एवं पौराणिक मठ–मंदिरों, आश्रमों, भवनों, कुंडों आदि को संवारने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. अयोध्या व उसके आसपास विभिन्न पौराणिक एवं ऐतिहासिक कुंडों, मठ-मंदिरों, आश्रमों एवं पर्यटन स्थलों का विकास एवं निर्माण किया जा रहा है. इसी क्रम में जनपद के 37 धार्मिक स्थलों का विकास 68.80 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा. यह सभी कार्य 31 दिसंबर 2023 तक हर हाल में पूरी किए जाने हैं.

जानिए किन मंदिर और धार्मिक स्थलों का होगा रंग रोगन

जानकी घाट, बड़ा स्थान, दशरथ भवन मंदिर, मंगल भवन, अक्षरी मंदिर, राम कचेहरी मंदिर, सियाराम किला, दिगम्बर अखाड़ा, तुलसी चौराहा मंदिर, भारत किला मंदिर, हनुमान मंदिर, कालेराम मंदिर, नेपाली मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, छोटी देवकाली मंदिर, मौर्य मंदिर, राम गुलेला मंदिर, करतलिया बाबा मंदिर, तिवारी मंदिर, वेद मंदिर, मणिराम दास छावनी मंदिर, बरेली मंदिर, रंग महल मंदिर, टेढ़ीयाती महादेव मंदिर, राम पुस्तकालय मंदिर, विद्या देवी मंदिर, देवीकाली कुंड मंदिर, रत्न सिंहासन मंदिर सहित 32 पौराणिक मंदिरों व आश्रमों के बिल्डिंग एवं आर्ट संरक्षण कार्य के साथ ही पेंटिंग, लाइटिंग अरेस्ट्रो, फसाड ल्यूमिनेशन, विजिटर एमिनिटीज (टाॅयलेट, क्लाक रूम, ड्रिंकिंग वाटर एण्ड शू रेक), स्ट्रीट फर्नीचर (स्ट्रीट लाइट, बेंचस, डस्टबिन, रेलिंग फुटपाथ), सीसीटीवी आदि कार्य कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड द्वारा प्रारम्भ कर दिया गया है.

अयोध्या ऐतिहासिक स्थल

आधुनिक फसाड लाइटों के साथ साइनेज भी लगाए जाएंगे

जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम के इन पौराणिक स्थलों के पुनरूद्धार का कार्य उनकी ऐतिहासिक वास्तुकला को संजोते हुए तत्कालीन समय में प्रयोग की गई निर्माण सामाग्रियों जैसे चूना सुर्खी आदि का प्रयोग करते हुए ही रेनोवेट किया जा रहा है. इसी के साथ ही इनके प्रवेश द्वारों पर चित्रकारी भी की जाएगी. आधुनिक फसाड लाइटिंग होगी. जीर्णोंद्धार किए जा रहे समस्त पौराणिक स्थलों व मठ-मंदिरों एवं आश्रमों में साइनेज भी लगाए जाएंगे. इस पर उनके पौराणिक और ऐतिहासिक महत्वों व मूल्यों को उकेरा जाएगा. जिलाधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार चरणबद्ध तरीके से अयोध्या धाम के अन्य ऐतिहासिक महत्व के पौराणिक स्थलों का जीर्णोंद्धार किया जाएगा.

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