गुंटूर :किसी भी तरह की सर्जरी से पहले डॉक्टर मरीज को बेहोशी की दवा देते हैं, जिसे अंग्रेजी में एनेस्थीसिया कहते हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश के गुंटूर में एक ऐसा ऑपरेशन हुआ, जो बिना एनेस्थीसिया के सम्पन्न हुआ. गुंटूर में डॉक्टरों की एक टीम ने मरीज के होश रहते उसके दिमाग की सर्जरी कर इलाज की इस अलग ही तकनीक से सभी को अचंभित कर दिया है. यहां डॉक्टरों ने मरीज का पसंदीदा टीवी शो दिखाकर सर्जरी पूरी की. यह सच है, हालांकि यह सुनकर थोड़ा आश्चर्य जरूर होता है.
ब्रेन ट्यूमर के चलते की गई सर्जरी
गुंटूर जिले के पेदाकुरपाडु मंडल के पातीबंडला गांव के बटुला वरप्रसाद को ब्रेन ट्यूमर था. पिछले दिनों हैदराबाद में उनकी एक सर्जरी हुई थी. ऑपरेशन के दूसरे चरण के लिए वह गुंटूर के एक निजी अस्पताल गए हुए थे. जहां, न्यूरोलॉजिकल डॉक्टर हनुमा श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होगी, सभी प्रकार के परीक्षणों के बाद मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों के लिए ऑपरेशन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है. अगर यह मिसफायर हो जाता है, तो मरीज की जान खतरे में पड़ सकती है, इसीलिए मरीज के होश में रहते हुए ही इस ऑपरेशन को पूरा किया जाता है, जिसके बाद होश में रहते इलाज करवाने के लिए बटुला वरप्रसाद ने हामी भर दी.
'इलाज के लिए मरीज का सहयोग जरूरी'
न्यूरोलॉजिकल डॉक्टर हनुमा श्रीनिवास रेड्डी की मानें, तो रोगी को बहुत साहसी होना चाहिए. इस क्रम में मरीज शांत हो यह जरूरी है. इसके साथ ही ऑपरेशन में सहयोग करने के विभिन्न तरीके हैं. बता दें कि मरीज को फिल्म दिखाकर सर्जरी के लिए हनुमा श्रीनिवास रेड्डी जानें जाते हैं.