लेह:लद्दाख में पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठहरने की जगह न मिलने संबंधी शिकायतों के बीच प्राधिकारियों ने सलाह दी है कि छुट्टियां मनाने आने वाले लोग पहले बुकिंग कराए बिना पैंगोंग झील इलाके में रुकने की योजना न बनाएं. लद्दाख के पर्यटन विभाग ने पर्यटकों को सलाह दी कि वे लेह पहुंचने के बाद 48 घंटे से पहले खरडोंगला, चांगला, पैंगोंग झील, त्सोमोरिरी और पेनजेला जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाएं.
लद्दाख पर्यटन विभाग ने एक परामर्श में कहा, 'पैंगोंग झील इलाका एक वन्यजीव अधिसूचित अभयारण्य है और इसलिए आवास की उपलब्धता सीमित है. उपलब्ध सीमित आवास को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों/आगंतुकों को पहले से बुकिंग कराए बिना पैंगोंग में ठहरने की योजना बनाने से बचना चाहिए.' बता दें कि पैंगोंग झील 4,350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दुनिया की सबसे ऊंची खारे पानी की झील है और लद्दाख आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र है.