नई दिल्ली:जैसा कि Covid19 मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी सभाओं से बचने का सुझाव दिया है. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जारी एक निर्देश में, मंत्रालय ने कहा है कि एहतियात के तौर पर, कोविड -19 को देखते हुए समारोह में बड़ी सभाओं से बचना चाहिए. यह जरूरी है कि कोविड के दिशानिर्देशों का पालन किया जाए. निर्देश के अनुसार, दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री को सशस्त्र बलों और दिल्ली पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर की प्रस्तुति, राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराना और 21- तोपों की सलामी होगी. भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा फूलों की बौछार, प्रधानमंत्री का भाषण, प्रधानमंत्री के भाषण के तुरंत बाद राष्ट्रगान गाना और अंत में तिरंगे गुब्बारों को छोड़ा जाएगा.
राष्ट्रपति भवन में 'एट होम' रिसेप्शन होगा. राज्य की राजधानियों और जिला मुख्यालयों और उपमंडलों और ब्लॉक और ग्राम पंचायतों और गांवों आदि में स्वतंत्रता दिवस समारोह और राष्ट्रीय ध्वज फहराने का समारोह सुबह 9:00 बजे के बाद शुरू होना चाहिए. राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. जिसके बाद राष्ट्रगान गया जाएगा. राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों और होमगार्ड्स/एनसीसी/स्काउट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे. मुख्यमंत्री जनता को संबोधित करेंगे जिसके बाद फिर राष्ट्रगान गाया जाएगा. वहीं, जिला स्तरीय समारोह में मंत्री/आयुक्त/जिला मजिस्ट्रेट राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. राष्ट्रगान के बाद राज्य पुलिस कर्मियों, होमगार्ड/एनसीसी/स्काउट के परेड के बाद मंत्री/आयुक्त/जिला मजिस्ट्रेट जनता को संबोधित करेंगे और राष्ट्रगान का गायन करेंगे.
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प्रमुख स्थानों पर स्वच्छ भारत अभियान :राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में प्रत्येक जिले के सबसे प्रमुख स्थान की पहचान करें और स्वैच्छिक नागरिक कार्रवाई के माध्यम से इसे स्वच्छ रखने के लिए एक पखवाड़े या महीने भर का अभियान चलाएं. इस प्रयास से स्कूली छात्र, एनएसएस, एनसीसी, युवा संगठन और सामाजिक समूह जुड़े हो सकते हैं. पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने के लिए सरकारी विभागों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है, जिससे पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन को कम करने और प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करने में योगदान मिलता है.