लखीमपुर खीरी: मौत किसको कहां खींच ले जाए ये किसी को नहीं पता. ऐसा ही कुछ हुआ है लखीमपुर खीरी के सीएमओ दफ्तर में तैनात स्वास्थ्यकर्मी बाल सिंह के साथ. बाल सिंह पूरे परिवार के साथ सिक्किम घूमने गए थे. वहां नाथुला दर्रा में हुए हिमस्खलन की चपेट में आकर बाल सिंह और उनकी बेटी की मौत हो गई. मंगलवार को सिक्किम के नाथुला दर्रे में हुए हिमस्खलन ने लखीमपुर खीरी जिले के तीन परिवारों की जान सांसत में डाल दी.
इस हादसे ने रमियाबेहड में तैनात हेल्थ सुपरवाइजर बाल सिंह और उनकी छह साल की बेटी अभया सिंह की मौत हो गई. साथ में टूर कर रहे स्वास्थ्य विभाग के लिपिक बिक्रम सैनी ने हादसे के बारे में फोन पर जानकारी दी. बताया कि 20 फीट ऊंचाई की दूरी पर साथी का पूरा परिवार को बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया. पिता और बेटी दूसरी तरफ फिसल गए. पत्नी दूसरी तरफ दब गई. सफर में मौजूद दो अन्य परिवार वालों ने पत्नी की पहचान कर उसे बाहर निकलवा लिया. इस तरह से उनकी जान बच गई.
बर्फ तेजी से ऊपर से नीचे की तरफ आई. इससे करीब 150 से 200 लोग उसके नीचे दब गए. बाल सिंह की पत्नी को पांच मिनट में बाहर निकल लिया गया, तो वह बच गई. वहीं बाल सिंह और उसकी बेटी को कुछ देर बाद निकाला जा सका. बाल सिंह की सांसें चल रही थीं. अस्पताल में मौत हो गई. वहीं बेटी अभया सिंह को डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया.