नई दिल्ली : 24 सितंबर को होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले, भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग के दौरान स्पष्ट किया कि 'क्वाड' और AUKUS समान प्रकृति के समूह नहीं हैं.
नए रक्षा समझौते AUKUS के कामकाज पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में, विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने कहा, QUAD और AUKUS समान प्रकृति के समूह नहीं हैं. QUAD को इंडो-पैसिफिक की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. AUKUS तीन देशों के बीच एक सुरक्षा गठबंधन है. AUKUS QUAD के लिए प्रासंगिक नहीं है और इसका QUAD के कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
यह बयान यूके, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा एक नए सुरक्षा समझौते AUKUS पर हस्ताक्षर करने के कुछ दिनों बाद आया है, जो ऑस्ट्रेलिया को संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रदान की गई तकनीक का उपयोग करके पहली बार परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का निर्माण करने में सक्षम करेगा.
समझौते को व्यापक रूप से दक्षिण चीन सागर में चीन के प्रभाव का मुकाबला करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन ने की थी. इस बीच, कई विश्लेषकों का तर्क है कि AUKUS Pact 'क्वाड' के महत्व को कम कर देगी.