राजसमंद. राजस्थान में बदमाशों के हौसले किस तरह बुलंद हैं, इसकी बानगी रविवार को राजसमंद जिले में देखने को मिली. जिले में रविवार को बुजुर्ग दंपती को जिंदा जलाने के लिए पेट्रोल बम से हमला कर दिया (Attempt to burn priest couple alive) गया. हमलावरों की संख्या करीब 10 बताई जा रही है. हमले में पुजारी और उसकी पत्नी 80 फीसदी तक झुलस गए.
घटना की सूचना पर देवगढ़ थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत जाप्ता लेकर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. तहसीलदार मुकन्द सिंह, एसआई प्रताप सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान हॉस्पिटल में भीड़ जुट गई. इधर, देर रात पुलिस की दो टीमें दबिश देने के लिए पहुंची. पुलिस ने मामले में कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया है.
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जानकारी के अनुसार देवगढ़ थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर स्थित ऐसार पेट्रोल पंप के सामने देवनारायण मंदिर की जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था. इसी को लेकर रविवार देर रात 10-12 की संख्या मे अज्ञात बदमाश दुकान में घुसकर पुजारी और उसकी पत्नी पर पेट्रेाल बम फेककर आग लगा दी. घटना में पुजारी दंपती नवरत्न लाल प्रजापत और जमुना देवी निवासी हीरा की बस्सी 80 फीसदी झुलस गए. दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है. वहीं, आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए.
पुजारी दंपती को जिंदा जलाने की कोशिश अतिरिक्त जिला पुलिस अधिक्षक शिवलाल बैरवा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कामलीघाट स्थित एस्सार पेट्रोल पंप के सामने स्थित मंदिर की जमीन का कुछ समय से विवाद चल रहा है. इसी सिलसिले में रविवार रात 10-12 लोग एक चद्दरनुमा दुकान में घुसे, जहां पुजारी का परिवार रहता है. बदमाशों ने दुकान में पेट्रोल बम फेंके, जिससे दुकान में आग लग गई. घटना के समय पति-पत्नी दोनों खाना खा रहे थे. उन्होंने बताया कि मामले में 10-15 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ कर रही है. घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को भी पकड़ लिया गया है. पुलिस जांच में सामने आया है कि इस मामले में न्यायालय में भी एक वाद चल रहा है.
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पुजारी के पुत्र मुकेश प्रजापत ने बताया कि उनका परिवार खाना खा रहा था. करीब 10 बदमाश आए थे. पेट्रोल बम फेंकने से पुजारी नवरत्नलाल (75) पुत्र रंगलाल प्रजापत और उनकी पत्नी जमुना देवी (60) निवासी हीरा की बस्सी के कपड़ों ने आग पकड़ ली. दोनों बुरी तरह झुलस गए. मुकेश ने पानी डालकर आग बुझाई. उन्होंने बताया कि विवाद को लेकर पूर्व में उन्होंने कामलीघाट चौकी पर रिपोर्ट भी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
भाजपा ने साधा निशाना- वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस सरकार पर आक्रामक नजर आ रही है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और पुजारी दंपती को जिंदा जलाने के मामले में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साध रही है. इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने ट्वीट कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.
पूनिया और दीया कुमारी ने किया ट्वीट- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा कि एक पुजारी को यूं जिंदा जलाया जाना, स्वयं प्रदेश सरकार की मौत का परिचायक है. शर्मनाक और विभत्स. एक FIR कानून व्यवस्था के गुमशुदा होने की भी दर्ज होनी चाहिए. राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने ट्वीट कर कहा कि राजसमंद के देवगढ़ में मंदिर के पुजारी को जिंदा जला देने के मामले की जितनी निंदा की जाए, जितना दुःख जताया जाए कम है. उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार को अब अपनी गहरी नींद को त्यागते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए.
बेटा बोला- मंदिर की जमीन पर दुकान बनाना चाहते हैं सरपंच और विधायक : बुजुर्ग दंपती के बेटे ने गांव के लोगों और भीम-देवगढ़ विधायक सुदर्शन सिंह पर गंभीर आरोप लगाया है. पुजारी के पुत्र मुकेश प्रजापत के अनुसार उनका परिवार खाना खा रहा था. इसी दौरान करीब 12 से अधिक बदमाश आए और पेट्रोल बम से हमला कर दिया. इस घटना में पुजारी नवरत्न लाल (75) और पत्नी जमना देवी (60) बुरी तरह झुलस गए. मुकेश ने पानी डालकर आग बुझाई. उसने बताया कि विवाद को लेकर पहले ही कामली घाट चौकी पर रिपोर्ट भी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
पीड़ित के पुत्र ने बताया कि रविवार शाम को वो अपनी दुकान पर काम कर रहा (Attack on Priest Couple with Petrol Bomb) था. दुकान बंद कर हम लोग खाना खाने गए थे. इसी दौरान 12 से अधिक लोग आए और उन्होंने सबसे पहले मुझे पकड़ा और एक रस्सी से एक कोने में बांध दिया. बदमाशों के हाथ में पेट्रोल भी था, जिसको उन्होंने मेरे माता-पिता पर छिड़क दिया आग लगा दी. वहीं, दुकान में भी आग लगा दी.
पीड़ित दंपती के बेटे ने क्या कहा... इस दौरान मेरी आंखों के सामने मेरे पिता जलते हुए बाहर आए. मैं बार-बार चिल्ला रहा था, लेकिन कोई अंदर नहीं आया. काफी संघर्ष करके मेरे को बांधी हुई रस्सी को मैंने तोड़ा. उसके बाद पास में पड़ी हुई पानी की बाल्टी लेकर आया और जलते हुए माता-पिता पर पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की. पीड़ित दंपती के पुत्र ने स्थानीय सरपंच विधायक सुदर्शन सिंह रावत और गांव के कई लोगों पर आरोप लगाया है. लंबे समय से हमारा परिवार मंदिर में पूजा-अर्चना करता रहा है, लेकिन स्थानीय सरपंच और विधायक ने मिलकर दूसरे आदमी को मंदिर में रखना चाह रहे हैं.
इन लोगों ने मंदिर का ताला तोड़कर के दूसरे आदमी को मंदिर में पूजा करने के लिए लगा दिया. इस घटना के बाद हम 1 महीने से मेरे माता-पिता और हम लोग मंदिर नहीं जा रहे हैं. मंदिर की जमीन पर स्थानीय सरपंच और विधायक सुदर्शन सिंह दुकान बनाना चाहते हैं. पीड़ित के बेटे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गुहार लगाकर कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाएं. अगर मुख्यमंत्री गहलोत गुहार नहीं सुनेंगे तो वे लोग प्रधानमंत्री मोदी को अपना दर्द बताएंगे.