ईडी टीम पर हुए हमले को लेकर राज्यपाल सख्त, कहा- मेरे पास संवैधानिक विकल्प मौजूद
WB Governor on Attack on ED officials : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद ने ईडी टीम पर हुए हमले को लेकर सख्त रवैया अपनाया है. राज्यपाल ने राज्य के गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार कानून एवं व्यवस्था को लेकर विफल होती है, तो हमारे पास संवैधानिक विकल्प सुरक्षित हैं.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता के घर छापेमारी करने पहुंची प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर लोगों द्वारा हमला किए जाने को लेकर विपक्ष ने राज्य में सत्ताधारी सरकार को निशाने पर लिया है. इतना ही नहीं इस मामले को लेकर I.N.D.I.A. गठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस ने भी इस हमले की आलोचना की है. पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने इस घटना को लेकर चिंता जताई.
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने घायल ईडी अधिकारियों से मुलाकात की, जिन पर उनकी ड्यूटी के दौरान हमला किया गया था. गंभीर चोटों के कारण इन ईडी अधिकारियों को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं दूसरी ओर उन्होंने हमले को लेकर गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि 'यह एक भयानक घटना है. यह चिंताजनक और निंदनीय है. लोकतंत्र में बर्बरता और बर्बरता को रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य है. यदि कोई सरकार अपने मूल कर्तव्य में विफल रहती है, तो भारत का संविधान अपना काम करेगा. मैं उचित कार्रवाई के लिए अपने सभी संवैधानिक विकल्प सुरक्षित रखता हूं. इस चुनाव पूर्व हिंसा का शीघ्र अंत होना चाहिए और यह उस अंत की शुरुआत है.'
वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हुए हमले पर दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद राजू बिस्ता ने कहा कि '...यह हमला सिर्फ एक स्वतंत्र एजेंसी पर नहीं, बल्कि भारत के संविधान पर था... इस घटना ने एक बार फिर सबका ध्यान पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की ओर खींच लिया है... पश्चिम बंगाल को बचाने का एकमात्र तरीका राष्ट्रपति शासन लगाना है...'
इस हमले के संबंध में पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र भी लिखा. इस पत्र में उन्होंने हमले की एनआईए जांच कराने की मांग की है. इस हमले को लेकर पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता शशि पांजा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि 'किसी भी प्रकार की हिंसा का टीएमसी द्वारा समर्थन नहीं किया जाता है, लेकिन ग्रामीण शिकायत कर रहे थे कि उन्हें केंद्रीय बलों द्वारा उकसाया गया था, जो जांच एजेंसियों के साथ थे.'
उन्होंने कहा कि 'MoS निसिथ प्रमाणिक सहकारी संघवाद के बारे में बात कर रहे हैं कि बंगाल में संघवाद का अभाव है. संघवाद का अर्थ है कि केंद्र और राज्य के बीच अच्छे संबंध हों. केंद्र को राज्यों का सहयोग करना चाहिए. लेकिन हम यहां जो देख रहे हैं और निसिथ प्रमाणिक, आपको जवाब देना चाहिए, क्या आपने बंगाल को मिलने वाली मनरेगा निधि भी मांगी है? क्या आपने कभी केंद्र से पूछा है कि वे ग्रामीण गरीबों को आवास के लिए धन क्यों नहीं मुहैया करा रहे हैं? आपने इसके लिए कभी आवाज नहीं उठाई...'
इसके अलावा बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी का कहना है कि 'आज पश्चिम बंगाल के लिए काला दिन है. टीएमसी नेता शेख शाहजहां के गुंडों ने ईडी टीम पर हमला किया. वे (टीएमसी) भ्रष्टाचार करेंगे और अगर ईडी, सीबीआई की टीमें इसकी जांच के लिए वहां जाएंगी, तो वे उन पर हमला करेंगे. जनता उन्हें 2024 में जवाब देगी. एनआईए को इस घटना की जांच करनी चाहिए और आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए.'