कोलकाता :भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं के क्रोध का सामना करना पड़ा. खबर के मुताबिक सोमवार को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन यह वाकया हुआ. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हालिया झड़प को लेकर कहा कि स्थिति बहुत गंभीर है. उन्होंने आरोप लगाए कि चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है.
शुभेंदु ने कहा कि हमारी पार्टी की एक टीम ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से दिल्ली में मुलाकात की और यहां भी (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
भवानीपुर उपचुनाव को लेकर हो रहे प्रचार के दौरान कथित झड़प में कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घायल होने पर भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, 'सीएम ममता बनर्जी सहित टीएमसी सरकार असहिष्णु है, हमें प्रचार करने की अनुमति नहीं दे रही है. टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया, उन्हें पीटा गया. उन्होंने मतदान के संदर्भ में जनता का आह्वान किया और कहा कि 30 सितंबर को वोट देने से पहले फैसला करें.
इससे पहले पश्चिम बंगाल भाजपा नेतृत्व ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने घोष के साथ बदसलूकी की और उन्हें परेशान किया. इस मामले ने दक्षिण कोलकाता के जादूबाबुर बाजार इलाके में तनाव पैदा कर दिया. सोमवार को घोष के चुनाव प्रचार के लिए इलाके में पहुंचने के बाद स्थानीय तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने आंदोलन करना शुरू कर दिया और 'गो बैक' के नारे लगाने लगे. उन्हें आगे बढ़ने से भी रोक दिया गया.