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Atiq Ashraf Murder Case : आतंकी कनेक्शन वाले जीशान का पासपोर्ट अशरफ ने बनवाया था?

माफिया अतीक के भाई अशरफ का एक पत्र वायरल हो रहा है. यह पत्र अशरफ ने आतंकी कनेक्शन वाले जीशान का पासपोर्ट जल्दी बनवाने के लिए पासपोर्ट अधिकारी को लिखा था.

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Published : Apr 25, 2023, 2:15 PM IST

atiq ashraf murder case
atiq ashraf murder case

प्रयागराज: अतीक अहमद और उसके भाई ख़लीद अज़ीम उर्फ अशरफ ने पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान आईएसआई के साथ ही लश्कर ए तैयबा से संपर्क होने की बात बताई थी. वहीं, अतीक अशरफ की हत्या के बाद अलकायदा ने भी बदला लेने की धमकी दी है. वहीं, मंगलवार को पूर्व विधायक अशरफ द्वारा लिखा गया एक पत्र वायरल हो रहा है. वायरल पत्र अशरफ ने जीशान कमर का पासपोर्ट जल्दी बनवाने के लिए पासपोर्ट अधिकारी को लिखा था. जीशान कमर को करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली से आई हुई एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया था. करेली थाना क्षेत्र में दबिश देकर जीशान कमर को आतंकी संगठनों से संबंध होने के आरोप में पकड़ा गया था.

अशरफ का पत्र वायरल

जीशान कमर प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र में रहता था. दिखाने के लिए वो पोल्ट्री फार्म के कारोबार से जुड़ा हुआ था. लेकिन, असल में वो देश विरोधी ताकतों के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों में शामिल रहता था. जिस कारण उसके खिलाफ साक्ष्य मिलने के बाद एटीएस ने उस पर केस दर्जकर जेल भेज दिया था. आतंकी गतिविधियों में लिप्त जीशान का पासपोर्ट जल्दी बनवाने के लिए माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ ने सिफारिशी पत्र लिखा था. अशरफ ने प्रयागराज के पासपोर्ट अधिकारी को भेजे गए पत्र में बताया था कि वो जीशान कमर को बेहद करीब से जानता है. जीशान अशरफ के लिए कार्य करता है. जीशान कमर को विदेश घूमने जाना है. इस कारण उसका पासपोर्ट जल्द बनाकर दिया जाए. बताया जा रहा है कि वायरल लेटर अशरफ ने 13 नवम्बर 2017 को लिखा था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से पकड़ा गया था जीशान

प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के रहने वाले जीशान कमर के घर पर डेढ़ साल पहले दिल्ली से आई हुई एटीएस की टीम ने छापेमारी करके जीशान कमर को गिरफ्तार किया था. बताया गया था कि आतंकी संगठनों से जीशान का करीबी रिश्ता था और वो आतंकी संगठनों की मदद करता था. एटीएस को जीशान का जब आतंकी संगठनों से करीबी रिश्ता होने की जानकारी मिली तो उसके बाद एटीएस की टीम दिल्ली से प्रयागराज पहुंची और उसे गिरफ्तार करके ले गई थी. इसके साथ ही जीशान के एक साथी को भी एटीएस तलाश कर रही थी, जिसने खुद कोतवाली में जाकर सरेंडर कर दिया था. बाद में जीशान के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया था. जबकि, उसके साथी का किसी आतंकी संगठन से रिश्ता न मिलने पर छोड़ दिया गया था.

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