प्रयागराजः बाहुबली अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की बेनामी संपत्तियों का पता लगाने में जुटी प्रयागराज पुलिस को पता चला है कि लखनऊ के जिस फ्लैट में माफिया का बेटा असद रहकर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचता था वो भी अतीक अहमद की बेनामी संपति थी. फ्लैट को उसने सिंचाई विभाग के करीबी ठेकेदार की पत्नी के नाम पर लिया था. फिलहाल पुलिस को पता चला है कि जिस तरह से नौकर हुबलाल नाम के पर अतीक ने 20 बीघा जमीन रजिस्ट्री करवाई थी. उसी प्रकार से उसने लखनऊ के इस फ्लैट को अपने करीबी के नाम पर ले रखा था. यहां उसके परिवार औऱ गैंग के लोग शरण लेते थे. पुलिस संपत्ति की तहकीकात में जुटी हुई है.
माफिया अतीक अहमद के नौकर हुबलाल के नाम पर 20 बीघे की जमीन को पुलिस ने हाल ही में कुर्क किया है. इसके बाद माफिया की बेनामी संपत्ति की मालकिन महिला ने लखनऊ के फ्लैट के साथ ही अन्य संपत्तियों को बेचने के लिये खरीददार तलाशना शुरू कर दिया. इसके बाद इस बात की भनक प्रयागराज पुलिस को लग गयी और उन्होंने महिला के नाम पर ली गयी संपत्तियों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया.
महिला के नाम खरीदे गए फ्लैट में ही था असद का ठिकाना
13 अप्रैल को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया अतीक अहमद का बेटा असद लखनऊ के इसी फ्लैट में रहता था. इसी फ्लैट में रहकर वह उमेश पाल मर्डर केस की योजना भी बनाता था. साथ ही लखनऊ जेल में बंद बड़े भाई उमर के संपर्क में भी था. यही नहीं इसी फ्लैट में उमेश पाल की हत्या के बाद असद का मोबाइल और एटीएम कार्ड एसटीएफ और पुलिस की जांच में बरामद हुआ था. असद के मोबाइल और एटीएम को इस फ्लैट में इसी कारण रखा गया था जिससे जरुरत पड़ने पर साबित किया जा सकता था कि असद अपने मोबाइल और एटीएम के साथ उमेश पाल हत्याकांड के समय लखनऊ के इसी फ्लैट में मौजूद था. साथ ही योजना के मुताबिक वारदात के समय असद के एटीएम से उसके दोस्त ने कैश भी निकाला था जिससे पूरी तरह से यह साबित किया जा सके कि वारदात के वक्त असद लखनऊ के इस फ्लैट में ही था.सीसीटीवी फुटेज में असद का चेहरा आ जाने की वजह से सारी योजना फेल हो गई.
ठेकेदार की पत्नी के नाम पर ली थी संपत्ति
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद का खास करीबी सिंचाई विभाग में माफिया के दम पर ही ठेकेदारी करता था. इसी वजह से वह अतीक का विश्वसनीय बन गया, जिसके बाद माफिया ने 2012 में 27 लाख रुपये की कीमत वाला फ्लैट ठेकेदार की पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री करवाई थी. इसी के साथ उसी महिला के नाम पर जमीनें भी रजिस्ट्री करवाये जाने की जानकारी पुलिस को मिली है. ठेकेदार की मौत कुछ समय पहले हो चुकी है. 15 अप्रैल को अतीक अशरफ की मौत के बाद इस महिला ने अतीक की संपत्ति बेचने की तैयारी की. इसके बाद पुलिस को इस बारे में भनक मिल गयी तो पुलिस ने महिला की तलाश शुरु कर दी है.
बहरहाल पुलिस भी महिला का पता लगाने में जुटी हुयी है जिससे उसके जरिये माफिया की अवैध संपत्तियों का पता लगाकर उसे कुर्क करने की कार्यवाई को पूरा किया जा सके.वहीं, इस बात की भी आशंका है कि हुबलाल की तरह ही महिला खुद से पुलिस के पास जाकर माफिया की संपत्तियों की जानकारी देकर खुद औऱ अपने परिवार इस झमेले से दूर ऱखना चाहती हो. हालांकि इस पूरे मामले में अभी पुलिस के आलाधिकारियों की तरफ से किसी बात की पुष्टि नहीं की गयी है. वहीं इस मामले में पुलिस आय़ुक्त से पुलिस उपायुक्त तक सभी अफसरों का कहना है कि जब भी कोई कार्यवाई की जायेगी मीडिया को जानकारी दी जाएगी.