पटना: बिहार में अतहर परवेज और जलालुद्दीन को PFI की गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार (Two Arrested For Association With Terrorist Organization) किया गया. ताजा घटना क्रम में पता चला कि इनकी गिरफ्तारी IB के अलर्ट के बाद की गई. ये दोनों पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर कुछ बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे. लेकिन खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के चलते समय रहते इन दोनों को दबोच लिया गया. बता दें कि राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार अतहर परवेज और जलालुद्दीन की आतंकी संगठनों के साथ सांठगांठ थी. आईबी के इनपुट के बाद ही पटना पुलिस ने अतहर परवेज और जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया है. NIT की टीम पटना पहुंच चुकी है.
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अकाउंट से लाखों रुपए ट्रांजेक्शन के सबूत: मिल रही जानकारी के अनुसार अतहर परवेज और जलालुद्दीन को पटना के बेऊर जेल के स्पेशल सेल में रखा गया है. पटना पुलिस को इनके पास से विदेशों से फंडिंग मिलने की जानकारी मिली है. इनके पास से एक बार 14 लाख, एक बार 30 लाख और 40 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन का भी सबूत मिला है. इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में ईडी को भी इंवॉल्व किया जाएगा. इनके द्वारा स्थानीय जिला स्तर राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर के PFI, RSDPI के सक्रिय सदस्य के रूप में आयोजित बैठक में भाग लेते थे. यह दोनों सांप्रदायिक और देश विरोधी साजिशें रचने के काम में संलिप्त थे.
FIR में 26 नाम: अतहर परवेज और जलालुद्दीन के अलावा 24 और संदिग्ध हैं जो लोगों को बरगलाने का काम करते थे. एफआईआर में दर्ज नामों में 1- समीम अख्तर, 2-रियाज मॉरिफ, 3-सनाउल्लाह, 4-तौसिफ, 5-महबूब आलम, 6-एहसान परवेज, 7-मो. सलमान, 8-मो. रसलान (सचिव, बिहार-बंगाल क्षेत्रीय समिति PFI), 9-महबूब-ऊर-रहमान, 10- इम्तियाज दाऊद, 11-महबूब अलम, 12-खलीकुर जमा, 13-मो. अमीन आलम (टीचर ट्रेनिंग कॉलेज गोनपुरा फुलवारीशरीफ के कर्मचारी), 14-जिशान अहमद, 15-रियाज अहमद, 16-मंजर परवेज, 17- नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन, 18- मो. रियाज (PFI का राष्ट्रीय नेता), 19- मो. अंसारुल हक (मिथिलांचल यूनिट का निदेशक प्रभारी), 20- मंजहरुल इस्लाम, 21- अब्दुर्रहमान, 22 मो. मुस्तकिन, 23- अरमान मलिक, 24- परवेज आलम (राज्य कमेटी सदस्य PFI मिथिलांचल), ये वो लोग हैं जो समय समय पर फुलवारीशरीफ आकर ब्रेनवॉश करते थे. भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करते थे.
'पुलिस की अलग अलग टीम उनसे पूछताछ कर रही है. उनके पास से पीएफआई के दस्तावेज, बैनर पोस्टर बरामद हुए हैं. साक्ष्य के आधार पर अन्य गिरफ्तारियों की भी कार्रवाई होगी. पटना पुलिस को जो भी सहयोग की जरूरत होगी हम लोग मुहैया करा रहे हैं. ये दफ्तर क्यों संचालित कर रहे थे. कौन कौन से लोग यहां जुटते थे इनपर पूछताछ की जा रही है. इनपर देश के विरूद्ध अपराध करना. कम्युनिटी के बीच वैमनस्य फैलाना, शत्रुता फैलाना, षड्यंत्र करना इस तरह की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है. अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं'- जितेन्द्र गंगवार, ADG, पुलिस मुख्यालय
पीएम के पटना दौरे से पहले हुई गिरफ्तारी: 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह के समापन पर पटना आए थे. उनके आगमन से पहले ही 11 जुलाई की शाम 7:30 बजे फुलवारी शरीफ में अतहर परवेज और जलालुद्दीन को पकड़ा गया. ये लोग दो महीने से पीएम मोदी के आगमन को लेकर किसी बड़ी साजिश का षड्यंत्र रच रहे थे. FIR में दर्ज बयान के आधार पर ये कहा गया है कि बहुत से लोग पीएम के आगमन को लेकर बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटे हैं. पिछली 6-7 जुलाई को भी इन लोगों ने गुप्त मीटिंग की थी जिसमें अनजान लोगों का आना जाना हुआ था. यानी दोनों की साजिश के तार काफी गहरे दिख रहे हैं. NIA अब सभी आरोपियों का चिट्ठा जांच में खंगालेगी.