भोपाल।इस साल के अंत में देश के 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. 4 राज्यों में बीजेपी का सीधा मुकाबाला कांग्रेस से है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ व राजस्थान में दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस का सीधा मुकाबला के.चंद्रशेखर राव (KCR) की पार्टी बीआरएस (BRS) से है. इन चारों राज्यों में कांग्रेस फिलहाल मजबूत स्थिति में दिख रही है. बीआरएस के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा प्राप्त कराने के लिए मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान में भी नजरें गड़ा दी हैं. विशेषकर मध्यप्रदेश में केसीआर ने कुछ नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर इरादे साफ कर दिए हैं. इससे कांग्रेस चिंतित है.
कांग्रेस को नुकसान का अंदेशा :मध्यप्रदेश में बीएसआर के केसीआर ने पिछले माह कांग्रेस व बीजेपी से नाराज चल रहे नेताओं को अपनी पार्टी बीएसआर में शामिल किया है. मध्यप्रदेश में कांग्रेस खुद को मजबूत स्थिति में मानकर चल रही है. मध्यप्रदेश में किसी भी समीकरण को कांग्रेस आसानी से दूसरे के हाथ में नहीं जाने देना चाहती है. इसके साथ ही कांग्रेस को लगता है कि केसीआर एमपी में उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं. क्योंकि केसीआर ने साफ कर दिया है कि वह मध्यप्रदेश में मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. इसी के मद्देनजर केसीआर का भोपाल दौरा भी प्रस्तावित है. केसीआर भलीभांति जानते हैं कि मध्यप्रदेश में उसका न तो जनाधार है और न ही संगठन है. लेकिन कांग्रेस से लाए गए नेताओं के दम पर वह इतने वोट प्राप्त करना चाहते हैं, जिससे वह राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने में कामयाब हो सके.