नई दिल्ली/गुवाहाटी: भारतीय युवा कांग्रेस की असम इकाई की अध्यक्ष अंकिता दत्ता ने अपने संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. पर 'उत्पीड़न' का आरोप लगाया है. हालांकि, श्रीनिवास ने आरोप को खारिज करते हुए उन्हें आपराधिक मानहानि का नोटिस भेजा है. अंकिता दत्ता का आरोप है कि श्रीनिवास उनका पिछले छह महीनों से मानसिक उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर उनसे भेदभाव कर रहे हैं. उन्होंने श्रीनिवास पर उन्हें लगातार प्रताड़ित करने और 'लैंगिक आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया.'
अंकिता दत्ता ने सिलसिवार तरीके से किए ट्वीट में कहा, 'राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी के समक्ष कई बार व्यथा सुनाने के बावजूद (पार्टी) नेतृत्व उसे अनसुना करता रहा.' उन्होंने दावा किया कि शिकायत किए जाने के बावजूद श्रीनिवास के खिलाफ कोई जांच समिति गठित नहीं की गई. दत्ता ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'क्या यह सुरक्षित स्थान है जिसके बारे में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बात करती हैं.' हालांकि, युवा कांग्रेस की असम इकाई की अध्यक्ष दत्ता ने अपने दावे के समर्थन में किसी विशेष घटना का उल्लेख नहीं किया है.
वहीं, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने अंकिता के आरोपों को बकवास, राजनीति से प्रेरित और आधारहीन करार दिया है तथा उन्हें मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है. युवा कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के माध्यम से भेजे नोटिस में उन्होंने दावा किया है अंकिता के खिलाफ शारदा चिटफंड के मामले में कानूनी कार्रवाई हो रही है और हाल ही उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से मुलाकात की थी. श्रीनिवास का दावा है कि इस तरह के आरोप लगाकर अंकिता पार्टी छोड़ने के लिए माहौल बना रही हैं.