गुवाहाटीःअसम में चाय उद्योग अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है. उत्पादन लागत में वृद्धि की वजह से चाय उद्याेग पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
इस समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए नॉर्थ ईस्ट टी एसोसिएशन (North East Tea Association) ने सरकार से बेहतर मूल्य प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है, उनका कहना है कि ऐसा नहीं हाेने पर चाय उद्योग विशेष रूप से छोटे चाय उत्पादकों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा.
NETA के सलाहकार बिद्यानंद बोरकाकोटी (Bidyananda Borkakoty) ने कहा कि चाय की कीमत 44.19 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 18 प्रतिशत कम है. दूसरी ओर मजदूरी और समेत इसके लिए अन्य खर्चाें में आई तेजी के कारण उत्पादन लागत में वृद्धि हुई है. दैनिक मजदूरी 167 से बढ़कर 205 रुपये हाेने की वजह से चाय की उत्पादन लागत 25 रुपये प्रति किलाें में बढ़ गई है.
उन्होंने कहा, 'इसके अलावा उर्वरक, कीटनाशक, डीजल,, कोयला आदि लागत में बढ़ोतरी का असर भी उत्पादन लागत पर देखने काे मिला है.