नई दिल्ली/ गुवाहाटी : पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम-मिजोरम सीमा विवाद के अचानक बढ़ने से भड़की हिंसा में कई लोगों के मारे जाने पर दुख जताते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों के जीवन में 'घृणा और अविश्वास का बीज बोकर' एक बार फिर देश को निराश किया है.
उन्होंने हिंसा से जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, 'जो लोग मारे गए हैं, उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.'
गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'गृह मंत्री ने लोगों के जीवन में घृणा और अविश्वास का बीज बोकर एक बार फिर देश को निराश किया है. भारत अब भयावह नतीजों से दोचार हो रहा है.'
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने घटना की जांच की मांगी की है. लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि असम-मिजोरम सीमा पर संघर्ष के दौरान एलएमजी (लाइट मशीन गन) का इस्तेमाल किया गया था. हम अपने देश में हैं या देश की सीमाओं पर? हम इस घटना की जांच की मांग करते हैं.
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार सुबह सिलचर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचकर असम-मिजोरम सीम पर हुई फायरिंग में घायल हुए पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और हालचाल जाना.
इसके बाद सरमा ने कहा कि घायल पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया तथा डॉक्टरों को उनका अच्छे से इलाज करने का निर्देश दिया. गंभीर रूप से घायल कर्मियों का उच्च स्तरीय इलाज करने के लिए एयर एंबुलेंस से भेजने को कहा.
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक बढ़ने के दौरान हुई हिंसक झड़प में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 80 लोग घायल हुए हैं. दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र के दखल की मांग की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति बहाल करने कहा है.
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बताया जा रहा है कि असम के कछार जिले के डीसी और एसपी के साथ आईजीपी के नेतृत्व में 200 सशस्त्र पुलिस की टीम लैलापुर के विवादित क्षेत्र में पहुंची थी. मिजो उग्रवादी समूहों के कार्यकर्ता असम पुलिस कर्मियों पर हमला करने के लिए तैयार थे और उन्होंने पुलिस दल पर फायरिंग शुरू कर दी. साथ ही उन्होंने ललितपुर में असम पुलिस के कर्मियों पर हमला किया और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.