नई दिल्ली: असम-मेघालय सीमा पर हिंसा से निपटने के लिए असम पुलिस की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि उसने 'अकारण, अनियंत्रित और मनमाने' तरीके से बल प्रयोग किया. सरमा के पास गृह विभाग भी है. उन्होंने यह भी कहा कि असम-मेघालय सीमा पर शांति है और हाल ही में अंतरराज्यीय सीमा पर स्थानीय लोगों एवं वन रक्षकों के बीच झड़पें हुई थीं.
सरमा ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, 'मुझे महसूस होता है कि उस हद तक पुलिस को गोलियां चलाने की कोई जरूरत नहीं थी. कुछ हद तक गोलीबारी अकारण थी, एवं पुलिस और नियंत्रित तरीके से काम कर सकती थी.' शर्मा ने कहा कि पुलिस के अनुसार झड़प के दौरान बचाव में बल प्रयोग किया गया था. उन्होंने कहा, 'हालांकि, मेरे विचार से, यह कुछ हद तक मनमाने ढंग से किया गया. ऐसा नहीं होना चाहिए था.'
असम-मेघालय सीमा पर वेस्ट कार्बी आंगलोग जिले में कथित तौर पर अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को मंगलवार तड़के असम के वनकर्मियों द्वारा रोकने के बाद भड़की हिंसा में एक वन कर्मी सहित छह लोगों की मौत हो गई. सरमा ने कहा कि असम सरकार पूरी ईमानदारी से अपना काम करने की कोशिश कर रही है और पहले ही पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है वहीं कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
सरमा ने कहा, 'हमने इसे प्रतिष्ठा के विषय के रूप में नहीं लिया है. अगर असम पुलिस के कर्मियों की गलती थी, तो वे भी जांच के दायरे में आएंगे.' उन्होंने कहा कि यह घटना पूर्वोत्तर के दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद से संबंधित नहीं है. उन्होंने कहा, 'मैं मेघालय के मुख्यमंत्री के संपर्क में हूं. असम-मेघालय सीमा शांतिपूर्ण है और हमेशा शांतिपूर्ण रही है.'
असम मंत्रिमंडल ने हिंसा की जांच सीबीआई को सौंपने का किया फैसला