कछार (असम) :असम में लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है. राज्य के 20 जिलों में लगभग 1.97 लाख लोग बाढ़ के मौजूदा दौर से प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, कछार जिले में अकेले 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ की इस लहर से 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हैं और बाढ़ के पानी में 16,645.61 हेक्टेयर फसल भूमि डूब गई है. अधिकारियों के अनुसार कछार जिले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कछार जिले में दो बच्चों सहित तीन अन्य लापता हैं. जिला प्रशासन ने 55 राहत शिविर और 12 वितरण केंद्र स्थापित किए हैं जहां 32,959 बाढ़ प्रभावित लोग शरण ले रहे हैं.
ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर जोरहाट जिले के नीमतीघाट और नागांव जिले के कामपुर क्षेत्र में कोपिली नदी में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. नागांव जिले के कामपुर इलाके में बाढ़ की स्थिति के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की सूचना मिली है. आपदा विभाग की बुलेटिन के अनुसार भूस्खलन के कारण जतिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फिडिंग में रेलवे लाइन अवरुद्ध हो गई है. गेरेमलाम्ब्रा गांव में माईबांग सुरंग को जोड़ने वाली सड़क भी अवरुद्ध होने की संभावना है. सरकार ने निकासी और राहत उपायों के लिए भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को तैनात किया है. कछार जिला प्रशासन और असम राइफल्स के बीच एक संयुक्त उद्यम ने बाराखला इलाके में बाढ़ पीड़ितों को बचाया और उन्हें राहत शिविरों में भेजा.