नई दिल्ली/गुवाहाटी :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से बात की और उन्हें राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस कठिन समय में हमेशा असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है. उन्होंने ट्वीट किया, "भारी बारिश के कारण असम के कुछ हिस्सों में लोग बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. मैंने मुख्यमंत्री श्री हिमंत विश्व शर्मा जी से बात की है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है. एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम पहले से ही राहत और बचाव अभियान चला रही हैं और पर्याप्त बल तैनाती के लिये तैयार हैं."
एक अधिकारी ने कहा कि असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी रही, नौ जिलों में चार लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हालांकि जलस्तर कम होना शुरू हो गया है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि इस साल राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की पहली लहर में अब तक तीन लोगों की जान गई है. एएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से बक्सा, बारपेटा, दरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, लखीमपुर, नलबाड़ी और उदलगुरी जिलों में 4,07,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
4 लाख से अधिक लोग प्रभावित :असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी रही और बाढ़ से नौ जिलों में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. हालांकि बाढ़ का पानी अब धीरे धीरे कम होने लगा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि इस साल राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की पहली लहर में तीन लोगों की जान गई है. एएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से बक्सा, बारपेटा, दरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, लखीमपुर, नलबाड़ी और उदलगुरी जिलों में 4,07,700 लोग प्रभावित हुए हैं. अधिकारी ने कहा कि कुछ इलाकों में जलस्तर अब घटना शुरू हो गया है. प्रशासन इन जिलों में 101 राहत शिविर का संचालन कर रहा है, जहां 81,352 लोगों ने शरण ले रखी है और पांच जिलों में 119 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं.