गुवाहाटी : असम में भारत के प्रमुख जैव विविधता संरक्षण संगठनों में से एक 'आरण्यक' के पहले के9 यूनिट सदस्य 'जोरबा' का निधन हो गया. जोरबा का उम्र और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से निधन हो गया है. असम में कई राइनो संरक्षण क्षेत्रों में आठ साल के लंबे करियर में जोरबा सक्रिय रूप से अवैध शिकार विरोधी अभियानों में शामिल था. जोरबा के निधन पर आरण्यक ने शोक व्यक्त किया है. संगठन ने पूरे सम्मान के साथ जोरबा का अंतिम संस्कार किया. निधन के बाद कई लोगों ने जोरबा पर माल्यार्पण किया.
आरण्यक के सीईओ डॉ बिभब कुमार तालुकदार ने कहा, "जोरबा सहित हमारे के9 दस्ते ने गैंडों के अवैध शिकार की घटनाओं के बाद शिकारियों के एग्जिट रूट का पता लगाने में वन अधिकारियों की मदद की, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस और वन अधिकारियों द्वारा अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. जोरबा के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और हम हमेशा उन्हें एक संरक्षण नायक रूप में मानेंगे."