नई दिल्ली : कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने 'लव जिहाद' और भगवान कृष्ण के रुक्मिणी से संबंधों के बीच समानता बताने के लिए शुक्रवार को माफी मांगी. गोलाघाट जिले में सोमवार को 25 वर्षीय एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद के कारण अपनी पत्नी और सास-ससुर की हत्या कर दी थी तथा बाद में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा ने इसे ‘लव जिहाद’ का मामला बताया था क्योंकि पति मुस्लिम और पत्नी हिंदू थी.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बोरा ने कहा था, 'प्यार और जंग में सब कुछ जायज है. हमारे प्राचीन ग्रंथों में कृष्ण का रुक्मणी को भगाकर ले जाने समेत कई कहानियां हैं और मुख्यमंत्री को आज के दौर में विभिन्न धर्मों तथा समुदायों के लोगों के बीच शादियों को लेकर विरोध का राग नहीं अलापना चाहिए.'
सरमा ने बोरा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को कहा था कि अगर धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर कोई बोरा के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराता है तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. बोरा ने अपने बयान की तीखी आलोचना होने के बाद माफी मांगी है.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'बीती रात सपने में मेरे दादा ने मुझसे कहा कि बयान गलत है और इसने राज्य के लोगों को आहत किया है.' बोरा ने कहा,'लिहाजा मैंने 'नामघर' (वैष्णव प्रार्थना कक्ष) में मिट्टी का दीपक, पान का पत्ता व सुपारी चढ़ाने और भगवान से माफी मांगने का फैसला किया है. मैं ऐसा इसलिए नहीं करूंगा क्योंकि मैं मुख्यमंत्री या भाजपा से डरता हूं, बल्कि इसलिए करूंगा क्योंकि इससे लोगों और सत्राधिकारों (वैष्णव आध्यात्मिक प्रमुखों) को ठेस पहुंची है.'