हैदराबाद : केंद्र सरकार ने नगालैंड, असम और मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफस्पा) के तहत आने वाले अशांत क्षेत्रों को घटाने का एलान किया है. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने फैसले का स्वागत किया है. हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि '9 जिलों और एक अनुमंडल को छोड़कर असम आज आधी रात से AFSPA को पूरी तरह से वापस ले लेगा. इससे हमारे 60% क्षेत्र से AFSPA वापस ले लिया जाएगा. आज आधी रात से पूरे निचले, मध्य और उत्तरी असम से AFSPA हटाया जाएगा.'
हिमंत सरमा ने कहा कि 1990 में असम को अशांत क्षेत्र घोषित किया गया था. तब से AFSPA लगातार लागू था. 1990 से अब तक असम की सरकार 62 बार AFSPA बढ़ा चुकी है. आज पीएम मोदी ने आफस्पा को उस क्षेत्र से वापस लेने का साहसिक निर्णय लिया है जहां इसकी आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद पहले मिजोरम से AFSPA वापस लिया गया, फिर मेघालय से भी इसे वापस ले लिया गया. पिछले साल इसे अरुणाचल प्रदेश से 2 मतदान केंद्रों को छोड़कर वापस लिया गया था.
हिमंत सरमा ने कहा कि आज असम, नागालैंड और मणिपुर में AFSPA वापस लेने का समय आ गया है. इससे हमारे 60% क्षेत्र से AFSPA वापस ले लिया जाएगा. आज आधी रात से पूरे निचले, मध्य और उत्तरी असम से AFSPA हटाया जाएगा. हिमंत सरमा ने कहा कि AFSPA असम के पहाड़ी क्षेत्रों में मौजूद रहेगा जहां स्थिति में सुधार होने बाकी हैं. असम का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 78,438 वर्ग किमी है, यह पूरा क्षेत्र अशांत क्षेत्र था और अब यह क्षेत्र केवल 31,724.94 वर्ग किमी तक ही सीमित है.