नई दिल्ली : भारत ने दुबई में एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप (Asian Junior Boxing Championships) में आठ स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान का अंत किया. इनमें से छह स्वर्ण पदक (Gold Medals) लड़कियों ने जीते. इसके अलावा भारत ने पांच रजत और छह कांस्य पदक भी हासिल किये.
भारत की छह लड़कियां फाइनल में पहुंची थी, जिनमें से छह ने स्वर्ण पदक जीते जबकि चार अन्य को रजत पदक मिला. लड़कों के वर्ग में तीन भारतीय फाइनल में पहुंचे थे जिनमें से दो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे.
भारत ने कजाखस्तान के बराबर स्वर्ण पदक जीते. उज्बेकिस्तान नौ स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा.
राष्ट्रीय चैम्पियन रोहित चमोली (48 किग्रा) और भरत जून (81 किग्रा से अधिक) ने लड़कों के वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर शुरूआत की। इसके बाद लड़कियों के वर्ग में वीशू राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा) और कीर्ति (81 किग्रा से अधिक) ने सोने के तमगे हासिल किये.
कीर्ति ने कजाखस्तान की शुगल्या रीसबेक को 4-1 से जबकि माही राघव ने कजाखस्तान की अलगेरिम काबदोल्दा को 3-2 से हराया. निकिता ने कजाखस्तान की असेम तनातर को जबकि प्रांजल ने कजाखस्तान की अखजान को 4-1 से हराया. रूद्रिका (70 किग्रा) उज्बेकिस्तान की ओइशा तेरोवा से 1-4 से और संजना (81 किग्रा) कजाखस्तान की उमित अहिलकाइर से 0-5 से हार गई. आंचल सैनी (57 किग्रा) को भी कजाखस्तान की उलझान सारसेनबे से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा.