हरियाणा के किसान के बेटे सरबजोत ने एशियन गेम्स में जीता गोल्ड अंबाला:चीन के हांगझोऊ में आयोजित 19वें एशियाई गेम्स के 5वें दिन अंबाला के सरबजोत सिंह ने निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीता है. जिसके बाद सरबजोत के पिता जतिंद्र व कोच अभिषेक राणा ने बताया कि सरबजोत 2016 से उनके पास कोचिंग ले रहा है. उन्होंने बताया कि किसान का बेटा होने के बावजूद शूटिंग के खेल में इस तरह से खुद को झोंक दिया है कि अभी तक करीब 22 मेडल हासिल कर चुका है.
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सरबजोत की सफलता पर माता-पिता को नाज: शूटर सरबजोत सिंह धीन गांव अंबाला के रहने वाले हैं. सरबजोत सिंह के गोल्ड मेडल जीतने के बाद उनके गांव में जश्न का माहौल है. वहीं, सरबजोत के घर लोग लगातार बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं. सरबजोत के माता-पिता अपने बेटे की इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं. उनका कहना है कि 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों में भी प्रदर्शन करने की पूरी तैयारी कर रहा है.
सरबजोत की उपलब्धियां: जतिंदर सिंह के 22 वर्षीय बेटे सरबजोत सिंह ने चाइना में चल रही एशियन गेम्स में टीम के साथ मेडल जीता है. जिसके चलते उन्होंने केवल अंबाला ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया है. सरबजोत के कोच अभिषेक राणा ने बताया कि 2017 में सरबजोत ने पहला नेशनल मेडल जीता था. जिसके बाद कभी भी सरबजोत ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. साल 2019 में सरबजोत ने जूनियर वर्ल्ड कप जीतकर वर्ल्ड चैंपियन बना.
सरबजोत कई बार जीत चुके हैं गोल्ड: इसके अलावा, 2021-22 में सरबजोत ने लगातार दो बार नेशनल चैंपियन का खिताब हासिल किया. मार्च 2023 में भोपाल में फिर से गोल्ड मेडल जीत कर अपना रुतबा बरकरार रखा. कोच राणा ने बताया कि चाइना में चल रही एशियन गेम्स में तीन सदस्यीय टीम शिवा नरवाल, सरबजोत सिंह व अर्जुन सिंह चीमा ने गोल्ड मेडल जीत कर देश का नाम रोशन किया है. जबकि सरबजीत का खुद का रैंक चौथे स्थान पर है.
कड़ी मेहनत से पाई सफलता: सरबजोत के पिता जतिंदर सिंह अपने बेटे की इस कामयाबी पर फक्र महसूस कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बेटे के गोल्ड मेडल जीतने पर बहुत खुशी हो रही है. लोग लगातार घर पर बधाई देने पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि चेयरमैन रण सिंह के कहने पर सरबजोत को शूटिंग में भेजा और उसने बल्ले-बल्ले करवा दी. सरबजोत खेतों में बहुत कम जाया करता था. पिता जतिंदर ने बताया कि सरबजोत ने अपना पूरा समय अकादमी में शूटिंग में दिया.
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