एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता शिवा नरवाल का रोहतक पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत रोहतक: एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले शिवा नरवाल रोहतक पहुंचे. यहां पर एक निजी खेल अकादमी में शिवा नरवाल का जोरदार स्वागत किया गया. शिवा ने कहा कि शूटिंग में आगे बढ़ने की प्रेरणा भाई से मिली. पहले वो शूटिंग करता था. अब आगे वो ओलंपिक की तैयारी करेंगे. चीन के एशियन गेम्स के 10 मीटर एयर पिस्टल टीम इवेंट में शिवा नरवाल ने गोल्ड मेडल जीता है.
रोहतक पहुंचने पर शिवा नरवाल ने बताया,'शूटिंग की शुरुआत साल 2017 में बल्लभगढ़ से की. पहले मैं कब्बडी खेलता था. पिता के कहने पर शूटिंग में आया. साथ ही बड़े भाई मनीष नरवाल से प्रेरणा मिली. मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई और परिजनों को देना चाहता हूं.' शिवा नरवाल मूलरूप से फरीदाबाद के रहने वाले हैं. शिवा ने आगे बताया कि कई वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लिया है. उनमें से एक में गोल्ड है. इसके अलावा अब एशियन गेम्स में गोल्ड जीता है. नेशनल लेवल की चैंपियनशिप में कई अवार्ड जीते हैं.
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शिवा नरवाल और उनके भाई मनीष नरवाल. यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है. बड़े भाई ने काफी सहयोग किया है. बड़े भाई मनीष खेलते थे तो पापा को यह खेल अच्छा लगा था. जिसकी वजह से कबड्डी छोड़कर मैंने इसमें खेलना शुरू किया. दो वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लिया है, जिसमें से एक में गोल्ड है. एशियन गेम्सम में गोल्ड है और वर्ल्ड कप में भी काफी सारे गोल्ड जीते हैं. मेरी इस सफलता का श्रेय सबसे पहले परिजनों को जाता है फिर मेरे कोच को. जितने भी लोगों ने मेरा सपोर्ट किया है उन सभी को धन्यवाद करता हूं. मेडल के बारे में कभी नहीं सोचा, मैदान में जाकर बस खूब मेहनत की है और अपना बेस्ट दिया है.शिवा नरवाल, गोल्ड मेडलिस्ट
अकादमी में कोच के साथ शिवा नरवाल. जानकारी के लिए बता दें कि शिवा नरवाल के बड़े भाई मनीष नरवाल ने भी पेरू में वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स में गोल्ड मेडल जीता है. मनीष ने अगले साल पेरिस में होने वाले पैरालंपिक के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है. मनीष नरवाल ने टोक्यो पैरालंपिक में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था. खास बात यह है कि दोनों भाइयों ने एक ही दिन में भारत के लिए अलग-अलग चैंपियनशिप में मेडल हासिल किए. परिजनों को उम्मीद थी कि दोनों भाई गोल्ड मेडल लेकर ही घर लौटेंगे. मनीष ने बताया,'अब मैं फ्री हो गया हूं. मुझे शिवा पर ध्यान देना होता था. अब बहुत अच्छा लग रहा है. प्रतियोगिता तो अपने आप से होती है. जब हम अपने आप को ही हरा देते हैं. तो सामने वाला कभी नहीं जीतता है.' वैसे गोल्ड जीतने के बाद परिवार के साथ कोच भी बहुत खुश हैं. भारतीय शूटिंग टीम के चीफ कोच मनोज कुमार ने बताया कि जितने कम समय में शिवा ने सफलता पाई है वो बहुत बड़ी बात है. शिवा आगे की प्रतियोगिताएं जीतेगा. इसके बाद ओलंपिक का रास्ता तय करेगा.
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