वाराणसी:ज्ञानवापी परिसर में आज एएसआई सर्वे का 13वां दिन है. ज्ञानवापी में अब तक 12 दिनों में एएसआई की टीम ने 72 घंटे से ज्यादा की सर्वे की कार्यवाही पूरी की है. कल 15 अगस्त होने की वजह से सर्वे की कार्रवाई नहीं हुई थी और आज पुनः टीम नई ऊर्जा के साथ सर्वे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
21 जुलाई को वाराणसी के सिविल कोर्ट में एएसआई सर्वे की मांग के बाद जिला जज वाराणसी की तरफ से इसी सर्वे पूरा करते हुए 4 अगस्त तक रिपोर्ट फाइल करने का आदेश दिया गया था, लेकिन इस मामले में मुस्लिम पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और सर्वे रुकवाने की मांग की थी, लेकिन सुनवाई शुरू होने से पहले ही 24 जुलाई को सर्वे की कार्रवाई शुरू हो गई थी.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद सर्वे को रोकते हुए मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को करने का निर्देश दिया था. इसके बाद इस प्रकरण में हाईकोर्ट की तरफ से सर्वे को पुन चालू रखने का आदेश दिया गया. इसके बाद 4 अगस्त से सर्वे की कार्रवाई सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक लगातार जारी है. दोपहर में 12:30 से लेकर 2:30 तक नमाज वह लंच ब्रेक के लिए सर्वे की कार्रवाई रोकी जाती है. कल 15 अगस्त अवकाश होने की वजह से दोनों पक्षों और सी टीम ने मिलकर सर्वे की कार्रवाई न करने का फैसला किया था, लेकिन आज फिर से सर्वे की कार्रवाई अपने निर्धारित वक्त से शुरू हो चुकी है.
माना जा रहा है कि आज के सर्वे की कार्रवाई महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि आज सीपीआर यानी ग्राउंड पेनेट्रेट्रिंग रडार सिस्टम के जरिए सर्वे की कार्रवाई को आज आगे बढ़ाया जाएगा. कानपुर आईआईटी के एक्सपर्ट टेक्नीशियन की टीम एएसआई के साथ बीते 4 दिनों से लगातार कार्य कर रही है. 4 दिनों तक रडार तकनीक के लिए जगह का चिन्हांकन करने के बाद आज रडार तकनीक के जरिए दीवारें, जमीन, गुंबद और पश्चिमी दीवार के अलावा व्यास जी के तहखाने और उत्तरी तहखाने में इसका प्रयोग किया जा सकता है. माना जा रहा है कि एक्सपर्ट की टीम ने 4 दिनों में लगभग ऐसे दो दर्जन से ज्यादा प्वाइंट चिह्नित किए हैं जहां पर रडार तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
अब तक के सर्वे में टीम ने पश्चिमी दीवार के साथ ही व्यास जी के तहखाने, उत्तरी तहखाने और मुख्य गुंबद के अलावा आसपास की छोटी गुंबद, मीनार मुख्य हॉल और वजूखाने को छोड़कर लगभग पूरे परिसर का 3D मैप तैयार कर लिया है और लिस्टिंग करने के बाद कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट बनाने का काम भी टीम साथ में ही करती जा रही है.
फिलहाल लगातार हो रही बयानबाजी और बिगड़ने वाले माहौल की आशंका को देखते हुए मुस्लिम पक्ष की ओर से जिला जज के यहां एप्लीकेशन देकर चल रही मीडिया की खबरों को रोकने की मांग की गई थी. इसके बाद कोर्ट ने किसी भी पक्ष को मीडिया से बातचीत ना करने की हिदायत देते हुए मीडिया को अंदर क्या मिला, कैसे मिला, कब मिला और अंदर क्या कार्रवाई चल रही है इस पर बड़े ही संयमित तरीके से रिपोर्टिंग करने की हिदायत दी है. इसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे की कार्रवाई जारी है.