नई दिल्ली : पूर्व कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने इस्तीफा (Congress leader Ashwani Kumar resigns) देने के बाद कहा, उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस को उनकी कोई जरूरत है. अश्विनी कुमार ने ईटीवी भारत से कहा, कांग्रेस से इस्तीफा देने का फैसला काफी पीड़ादायक है. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हुई जिसके बाद ऐसा लगा कि मेरे कंधे अब कांग्रेस पार्टी का बोझ नहीं झेल सकते. उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान और अस्मिता को सामने रखते हुए भरे दिल से कांग्रेस से इस्तीफा देने का फैसला लिया. इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि अश्विनी कुमार में कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पण का अभाव था.
मंगलवार को कांग्रेस से अश्विनी कुमार ने इस्तीफा (ashwani kumar resignation) देने के बाद कहा कि उन्होंने खुशी से कांग्रेस नहीं छोड़ी है. कांग्रेस की अंदरुनी समस्याओं को लेकर अश्विनी कुमार ने कहा कि वे किसी व्यक्ति विशेष पर कटाक्ष नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा, उन्हें ऐसा लगा कि कांग्रेस पार्टी के साथ 46 साल पुराने सफर को विराम दिया जाए और नई यात्रा शुरू की जाए.
कांग्रेस में नेतृत्व का अभाव
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 और देश की राजनीति के संदर्भ में एक सवाल पर अश्विनी कुमार ने कहा, बुनियादी मुद्दों की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी असमर्थ है. केवल ऊंची आवाज में बात करने या व्यक्ति विशेष पर लांछन लगाने से यह लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती. उन्होंने कहा कि लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस को जिस तरीके का नेतृत्व चाहिए. ऐसे में उन्होंने अपना समय बर्बाद न करते हुए कांग्रेस से इस्तीफा देने का फैसला लिया.
आम आदमी पार्टी के पास पंजाब में बढ़त
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार (Former Union Law Minister Ashwani Kumar resigns) भविष्य में क्या करेंगे ? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि समाज और देश के प्रति उनकी भूमिका और कर्तव्य क्या होंगे, इसकी जानकारी वक्त आने पर मिलेगी. कांग्रेस की अंतर्कलह (Congress party rift) को लेकर अश्विनी कुमार ने कहा, आम आदमी पार्टी अगर कहती है कि कांग्रेस अपने मुद्दों को नहीं संभाल पा रही है तो उनका आरोप सत्य नजर आ रहा है, इसलिए पंजाब में आम आदमी पार्टी के पास पंजाब में बढ़त है.