हैदराबाद : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बुधवार शाम सरूर नगर थाना अंतर्गत जीएचएमसी कार्यालय रोड पर विल्लुपुरम नागराज उर्फ राजू की हत्या कर दी गई. नागराज का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने गैर मजहब की लड़की से शादी की थी. नागराज की हत्या के एक दिन बाद शुक्रवार को उसकी पत्नी आशरीन सुल्ताना ने वारदात के बारे में बताया. आशरीन को मलाल है कि उसके पति की हत्या सरेआम हुई और कोई भी मदद को सामने नहीं आया. एएनआई से बातचीत में आशरीन ने कहा कि ये समाज बेकार है, इतनी भीड़ एक व्यक्ति को नहीं बचा सकी. उनका कहना है कि ऐसा नहीं था कि नागराज की हत्या जंगल में हुई, उसे भीड़ के सामने मारा गया. ऐसे समाज में उसने अपने पति की जान बचाने की गुहार करने में वक्त खराब किया है. किसी ने बचाने की कोशिश नहीं की.
घटनाक्रम के बारे में आशरीन ने बताया कि बुधवार शाम दो बाइक पर सवार चार लोगों ने जीएचएमसी ऑफिस रोड पर नागराज को धक्का देकर गिरा दिया. इसके बाद उसके सिर पर रॉड से हमला कर दिया. हमले के दौरान आशरीन सुल्तान ने अपने भाई को पहचान लिया. वह अपने भाई के सामने भी पति की जान बख्शने की गुहार करती रही. उन्होंने बताया कि उनके भाई नागराज से शादी के कारण नाराज थे.
आशरीन के मुताबिक, पहले नागराजू ने उनके परिवार के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था. इसके लिए उसने धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनने की हामी भी भरी थी, मगर उसके भाई को यह मंजूर नहीं था. शादी के बाद आशरीन और नागराज उर्फ राजू ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी. पुलिस के बुलावे पर थाने में आशरीन की मां, भाई और जीजा भी आए थे. तब इन लोगों ने कहा था कि उन्हें शादी कबूल है. साथ ही उन्होंने राजू और आशरीन को घर आने का न्योता भी दिया था. मगर आशरीन को अपने भाई की नीयत पर शक था, इसलिए वह कभी पति के साथ मायके नहीं गई.