सहारनपुर :सहारनपुर के जनता रोड स्थित खुर्द अड्डे के पास मैदान में आयोजित शोषित, वंचित समाज सम्मेलन में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों को रिझाया.
उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों को अब अपना वजूद बनाना होगा. देश की इतनी बड़ी संसद में मुसलमानों की बात कहने वाला कोई नहीं है. कहा कि इस बार मुसलमान अपना चेहरा यादवों को नहीं बनाएंगे. भारत के मुसलमानों को अपना नेता बनाना होगा. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं है. वहीं, कांग्रेस नेता इमरान मसूद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने सहारनपुर के मुसलमानों के लिए भी कोई कार्य नहीं किया, बस सियासत की.
देश के मुसलमानों को अपना नेता बनाना होगा ओवैसी ने मंच से कहा कि वह किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. देश में रहने वाला हर इंसान भारतीय है. उसका कोई धर्म नहीं है. उन्होंने जनता से जवाब तलबी करते हुए कहा कि सहारनपुर में मुसलमान अब किसी भी सियासी दल के सामने अपने कार्यों के लिए भीख नहीं मांगेंगे क्योंकि अब उनकी आवाज ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन उठाएगी.
उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अब मुलायम सिंह के बेटे अपने को हिंदूवादी छवि दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मंच पर उन्होंने किसी भी मुसलमान नेता को जगह नहीं दी थी. मुसलमान नेता खेतों में दरी बिछाकर बैठे थे, उनके पास फोटो हैं लेकिन उन्होंने वायरल नहीं की.
ओवैसी भाजपा, बसपा, कांग्रेस पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां यूपी में राज कर चुकी हैं और कुछ राज कर रही है लेकिन मुसलमानों के लिए किसी ने भी काम नहीं किया. मुसलमानों का इस्तेमाल सत्ता हासिल करने के लिए किया. उन्होंने यूपी में लखीमपुर खीरी पर भाजपा को घेरने का काम किया. साथ ही उन्होंने सरकारी योजना में मुसलमानों की अनदेखी का आरोप भी लगाया. सवाल पूछा कि कितने मुसलमानों को अब तक सरकारी योजना के आवास मिले, कौन सी स्कीम का मुसलमानों को लाभ मिला. उन्होंने कहा कि मुसलमानों की समस्याओं की लंबी फेहरिस्त है.
उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में कुछ लोग उन्हें पसंद नहीं करते हैं, जिसकी वह कभी परवाह नहीं करते. बस अपनी कौम और समाज के लिए काम करते हैं और करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश की आजादी में मुसलमानों का बड़ा योगदान रहा है. सहारनपुर इसका गवाह है लेकिन चंद लोगों की वजह से मुसलमान कौम बदनाम हो रही है, जिसकी वह निंदा करते हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ज्यादातर मुसलमानों को झूठे केसों में फंसाया जाता है.