कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अब लगभग तीन-चार महीनों का समय बाकी है. पार्टियां अपनी जीत की रणनीतियां बनाने में जुटी हैं. इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी प्रदेश के हुगली जिले पहुंचे. ओवैसी ने फुतुरा शरीफ में अब्बास सिद्दीकी से भेंट की.
ओवैसी ने की अब्बास सिद्दकी से की मुलाकात इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को उनके संगठन पर आरोप लगाने के बजाए खुद का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और देखना चाहिए कि किस तरह से भाजपा ने राज्य में 18 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की.
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के इन दावों को खारिज कर दिया कि उनकी पार्टी भाजपा की बी-टीम है और भगवा दल के विरोधी वोट में सेंध लगाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अनाप-शनाप बातें कर रही हैं. उन्हें मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए इस तरह की बातें नहीं कहनी चाहिए, जिन लोगों ने ममता बनर्जी के बुरे वक्त में साथ दिया था आज वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
ओवैसी ने संवाददाताओं से कहा कि हम राजनीतिक दल हैं, हम अपनी उपस्थिति साबित करेंगे और चुनाव लड़ेंगे (पश्चिम बंगाल में).
ओवैसी ने कहा कि भारत की सियासत का मैं लैला हूं और मेरे मजनू बहुत हैं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
बाद में एक समाचार चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अभी यह तय नहीं किया है कि यह अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन करेगी.
एआईएमआईएम प्रमुख ने दावा किया कि फुरफुरा शरीफ के पीरजादा सिद्दिकी का उन्हें समर्थन हासिल है. बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ विख्यात दरगाह है.
बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा नीत राजग की जीत में एआईएमआईएम द्वारा सहयोग करने के तृणमूल के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य में उनकी पार्टी ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से उसने पांच सीटों पर जीत हासिल की और महागठबंधन ने नौ सीटों पर जीत हासिल की, जबकि राजग ने छह सीटें जीतीं.
ओवैसी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा के पक्ष में क्या रहा. पार्टी को विश्लेषण करना चाहिए कि उसके सदस्य क्यों छोड़ रहे हैं.
दरअसल, पश्चिम बंगाल में चुनाव की घोषणा के बाद रविवार को ओवैसी पहली बार पश्चिम बंगाल पहुंचे. एआईएमआईएम के सचिव जमीरुल हसन ने बताया कि ओवैसी बैठक को गुप्त रखना चाहते थे. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी को आशंका है कि राज्य सरकार उन्हें हवाई अड्डे से बाहर निकलने और कार्यक्रम करने से रोक सकती है.
जमीरुल हसन ने बताया कि कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ओवैसी सीधा अब्बास सिद्दीकी से मिलने हुगली पहुंचे. उन्होंने बताया कि ओवैसी रविवार को ही हैदराबाद रवाना हो जाएंगे.
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बता दें कि अब्बास सिद्दीकी, फतुरा में एक पीरजादा (धार्मिक नेता) हैं. अब्बास राज्य की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ कई मुद्दों पर बोलते रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, वह खुद का अल्पसंख्यक संगठन बनाने की योजना बना रहे हैं.