नई दिल्ली :दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने शनिवार को घोषणा की कि संभावित तीसरी लहर (Third Phase of Corona Virus) की तैयारियों के मद्देनजर दिल्ली में बाल चिकित्सा कार्य बल, दो जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं के साथ ऑक्सीजन क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा. ऐसी आशंका है कि इस लहर के दौरान एक दिन में संक्रमण के 37 हजार मामले तक आ सकते हैं.
केजरीवाल ने एक डिजिटल ब्रीफिंग में कहा कि सरकार महत्वपूर्ण दवाओं के सुरक्षित भंडारण की सुविधा भी बनाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर के लोगों को निशाना बना रहे विषाणु के स्वरूप की पहचान के लिये लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल और यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (ILBS) में दो जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाएं भी बनाई जाएंगी.
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उन्होंने कहा कि उन्होंने कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिये शुक्रवार को अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के साथ व्यापक योजना बनाने के उद्देश्य से छह घंटे तक बैठक की.
तीसरी लहर के चरम के दौरान अगर संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 37 हजार तक पहुंचती है तो सरकार तैयार होगी.
उन्होंने कहा, 'दूसरी लहर के चरम के दौरान एक दिन में 28 हजार तक मामले सामने आए थे. विशेषज्ञों से हमारे परामर्श के आधार पर हम मानकर चल रहे हैं कि तीसरी लहर के चरम के दौरान 37 हजार तक मामले हो सकते हैं.
इस संख्या को ध्यान में रखते हुए, हम अपने बिस्तरों, ऑक्सीजन क्षमता और दवाओं की उपलब्धताओं को बढ़ाएंगे.'
तीसरी लहर के लिए 25 टैंकर खरीदने की तैयारी
उन्होंने कहा कि सरकार 25 ऑक्सीजन टैंकर खरीद रही है और अगले कुछ हफ्तों में 64 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित कर रही है, जिससे यह सुनिश्चित हो कि दिल्ली को दूसरी लहर के दौरान जैसे ऑक्सीजन संकट का सामना करना पड़ा वैसा इस बार न हो.
उन्होंने कहा, 'दिल्ली एक औद्योगिक राज्य नहीं है और उसके पास अपने टैंकर नहीं है, लेकिन तीसरी लहर की तैयारी के लिये हम 25 टैंकर खरीद रहे हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम एक और ऑक्सीजन संकट की आशंका से निपटने के लिये 420 टन की ऑक्सीजन भंडारण क्षमता विकसित कर रहे हैं. हमने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड से बात की है और उनसे 150 टन क्षमता के ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र की स्थापना को कहा है.'
उन्होंने कहा कि सरकार अलग बाल चिकित्सा कार्यबल का गठन भी कर रही है जो तीसरी लहर के दौरान बच्चों के बचाव के लिये सुझाव देगा. केजरीवाल ने कहा कि उनके परामर्श के आधार पर सरकार आईसीयू, ऑक्सीजन युक्त बिस्तर और बच्चों के लिये खास तौर पर उपकरणों की खरीद करेगी.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार महत्वपूर्ण दवाओं के सुरक्षित भंडारण (बफर स्टॉक) बनाएगी और निजी अस्पतालों को भी ऐसा करने का निर्देश देगी
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उन्होंने कहा, 'हम चिकित्सकों और विशेषज्ञों का एक दल बनाएंगे जो यह आकलन करेगा कि कोरोना वायरस के उपचार के लिये किस दवा की जरूरत है. अगर वे हमें किसी खास दवा के उपचार में प्रभावी होने के बारे में बताते हैं, तो हम उसे खरीदने की कोशिश करेंगे. अगर वो कहते हैं कि इस दवा से उपचार में फायदा नहीं होगा तो हम लोगों को उसके बारे में जागरुक करेंगे.'
दिल्ली सरकार ने 27 मई को संभावित तीसरी लहर से निपटने की कार्ययोजना की तैयारी के लिये 13 सदस्यीय एक समिति गठित की थी.
(पीटीआई-भाषा)