नई दिल्लीः दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से CBI ने रविवार को करीब साढ़े 9 घंटे पूछताछ की. वह सुबह 11.10 बजे दफ्तर गए और रात 8.35 बजे CBI हेडक्वार्टर से घर के लिए निकले. इस दौरान अफसरों ने 56 सवाल पूछे. CBI ने बयान जारी कर बताया कि केजरीवाल के बयान को सेक्सन 161 के तहत दर्ज किया गया है. इसको पहले से इकट्ठा किए गए सबूतों के साथ मिलाया जाएगा. उसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो फिर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.
वहीं, पूछताछ के बाद CM ने मीडिया को बताया कि 9.5 घंटे तक पूछताछ हुई. इसमें 56 सवाल पूछे गए. मैंने सभी सवालों के जवाब दिए. CBI ने मुझसे सबकुछ पूछा. मसलन, शराब नीति कहां से शुरू हुई, कैसे हुई और वहां से लेकर पूरा अंत तक सभी सवाल पूछे. 2020 से लेकर अभीतक जो कुछ भी हुआ है उस सब के ऊपर सवाल पूछे गए. मेरा मानना है यह पूरा केस फर्जी है. आम आदमी पार्टी और हमारी सरकार ने कुछ गलत किया है, यह कहने के लिए इनके पास जरा भी सबूत या साक्ष्य नहीं है. बता दें, इस मामले में CBI ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
LG बताएं सत्र बुलाना कैसे गलतः मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार को विधानसभा में सदन की कार्रवाई जरूर होगी. अगर एलजी कह रहे हैं कि ये गलत है तो उनको बताना चाहिए कि किस नियम के आधार पर यह गलत है. जब कैबिनेट ने प्रस्ताव पास किया तो इसमें एलजी से पूछने की कोई जरूरत ही नहीं है. मैं चाहता हूं कि एलजी साहब थोड़ा संविधान और नियमों को जरूर पढ़ लें. मैंने कई बार यह कहा है कि वो अपने पास एक अच्छा सलाहकार रखें, जिसे संविधान और कानून की थोड़ी जानकारी हो तो अच्छा रहेगा.
सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल का CBI के इन 4 अहम सवालों से सामना हुआ...
- शराब नीति की मंजूरी केजरीवाल के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की बैठक में दी गई थी. तत्कालीन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इसकी जांच के आदेश दिए थे. उपराज्यपाल से दो बार ठुकराए जाने के बावजूद इसे क्यों मंजूर किया गया?
- नई शराब नीति मंजूर करने के 1 साल के अंदर ही इसे क्यों खारिज किया गया?
- अधिकारियों के अनुसार दिल्ली के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सचिव रहे सी अरविंद ने सीबीआई को बताया है कि मार्च 2021 में सिसोदिया ने केजरीवाल के घर पर ही उन्हें आबकारी नीति का ड्राफ्ट सौंपा था?
- उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सेक्रेटरी अरविंद ने अपने बयान में मजिस्ट्रेट के समक्ष कहा था कि इसे सबूत के रूप में स्वीकार किया जा सकता है.
AAP के 1500 नेता-कार्यकर्ता हिरासत मेंः केजरीवाल के CBI दफ्तर जाते ही लोधी रोड स्थित जांच एजेंसी के मुख्यालय पर AAP के सीनियर नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. इसके बाद दोपहर 3 बजे के करीब दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इसमें संजय सिंह, राघव चड्ढा, सौरभ भारद्वाज, आतिशी, कैलाश गहलोत, आदिल अहमद खान, पंकज गुप्ता और पंजाब सरकार के कुछ मंत्री शामिल थे. बताया जा रहा कि पूरे दिल्ली में करीब 1500 पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.