भोपाल। विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐलान कर दिया है कि वह 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसके लिए बाकायदा सदस्यता अभियान भी शुरू कर दिया गया है. पार्टी गुजरात, पंजाब और दिल्ली की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी उसी रणनीति के तहत चुनाव लड़ेगी. 'आप' ने अब अन्य राज्यों में दस्तक देना शुरु कर दिया है और उसे उन राज्यों में परिणाम भी ठीक-ठाक मिले हैं, यहां तक कि पंजाब में तो सरकार ही बना ली तो अब बारी है मध्यप्रदेश की. फिलहाल आज भोपाल में केजरीवाल शक्ति प्रदर्शन करने आ रहे हैं. कहा तो ये भी जा रहा है कि आज कई असंतुष्ट नेता अपनी पार्टी से बाय-बाय कह कर आप में शामिल हो सकते हैं. कुल मिलाकर अब मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में आम आदमी पार्टी अपनी धमाकेदार एंट्री का प्लान बना चुकी है.
मुफ्त रेवड़ी बांटने में आप पार्टी सबसे आगे:दिल्ली में मुफ्त रेडियम आर्ट का जनता के बीच अपनी पैठ जमाने वाली आम आदमी पार्टी ने पंजाब में भी यही किया, गुजरात में भी उसने मुफ्त की रेवड़ी बांटने का ऐलान किया, लेकिन वहां ये प्लान उतना कारगर साबित नहीं हुआ. कहा जा रहा है कि अब मध्यप्रदेश में भी केजरीवाल मुफ्त रेवड़िया बांटने का ऐलान करेंगे और जनता से अपील करेंगे कि वह उनकी पार्टी को मध्य प्रदेश में जिताएं.
एमपी में आप की एंट्री से किसको फायदा, किसे नुकसान:आम आदमी पार्टी के मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सियासी गलियारों में यह आकलन लगाना शुरू हो गया है कि आप की एंट्री से बीजेपी को फायदा होगा या फिर कांग्रेस को. वहीं राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक "फिलहाल मध्यप्रदेश में आप का संगठन उतना मजबूत नहीं है, लेकिन जिस तरह से नगरीय निकाय चुनाव में सिंगरौली में केजरीवाल की पार्टी ने महापौर की सीट जीती और साथ में अन्य जिलों में पार्षद भी जीते, इससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि एमपी में बीजेपी को आप से उतना नुकसान नहीं होने वाला, लेकिन कांग्रेस को इससे बहुत नुकसान होगा. क्योंकि कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक आप की तरफ खिंच सकता है, जिससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है."