नई दिल्ली/वाशिंगटन : वाशिंगटन डीसी में प्रतिष्ठित नेशनल मॉल एक भव्य आयोजन का गवाह बना, जिसमें एक अभूतपूर्व और रिकॉर्ड तोड़ने वाले 10 लाख लोग आर्ट ऑफ लिविंग के विश्व संस्कृति महोत्सव का हिस्सा बनने के लिए एकत्र हुए. ये वास्तव में दुनिया की संस्कृतियों के गुलदस्ते जैसा था. लोगों के रूप में दुनिया के मानवता, शांति और संस्कृति के सबसे बड़े त्योहार के लिए 180 देशों से लोग जुटे. वाशिंगटन डीसी में आर्ट ऑफ लिविंग के विश्व संस्कृति महोत्सव 2023 (World Culture Festival 2023) में वंदे मातरम भी गूंजा. कार्यक्रम एक अक्टूबर तक चलेगा.
कार्यक्रम में वैश्विक गणमान्य व्यक्तियों का एक साथ आना, ग्रैमी पुरस्कार विजेताओं और अन्य प्रसिद्ध कलाकारों का मनमोहक संगीत और रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियां देना अद्भुत था. असाधारणता वैश्विक कार्यक्रम में ग्रैमी पुरस्कार विजेता चंद्रिका टंडन और कलाकारों ने अमेरिका द ब्यूटीफुल और वंदे मातरम गाया. करीब 300 लोगों ने जब वंदेमातरम गाया तो भारतवंशियों में पूरा वातावरण देशभक्तिमय हो गया. 1000 वैश्विक गिटार कलाकारों की अगुवाई में मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.
रविशंकर बोले, हम सभी एक वैश्विक परिवार :आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक भारतीय आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर (Art of Living founder Sri Sri Ravi Shankar) ने कहा कि हम सभी एक वैश्विक परिवार से हैं. जीवन संघर्षों के लिए बहुत छोटा है. उन्होंने दुनिया से व्यावहारिक रूप से चुनौतियों का सामना करने और बेहतरी का सपना देखने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आइए हम एक बार फिर मानवता की अच्छाई में अपने विश्वास की पुष्टि करें.
रविशंकर ने कहा, 'समाज में बहुत सद्भावना और अच्छा करने की इच्छा है.' उन्होंने कहा, 'आइए हम व्यावहारिक रूप से चुनौतियों का सामना करें, चुनौतियों को स्वीकार करें और अपनी और आने वाली पीढ़ी के लिए बेहतर भविष्य का सपना देखें.' उन्होंने कहा, एक परिवार में एक व्यक्ति का खुश न होना पूरे परिवार को दुखी कर सकता है और ऐसे कई परिवार पूरे देश को दुखी करते हैं.
उन्होंने कहा कि 'आइए इस अवसर पर अधिक खुशियां लाने के लिए खुद को फिर से प्रतिबद्ध करें. आइए समाज में और अधिक खुशियां पैदा करें. आइए अधिक मुस्कुराहट और सफेद आंसू लाएं.' भारतीय आध्यात्मिक गुरु ने भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, यही मानवता है और हम सभी इसी से बने हैं.'
जयशंकर ने किया संबोधित :कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और आर्थिक प्रगति जैसी बड़ी वैश्विक चुनौतियों को अलगाव में प्रभावी ढंग से संबोधित नहीं किया जा सकता है और दुनिया को एक साथ लाना और भी महत्वपूर्ण हो गया है.