कोलकाता: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में अर्पिता के फर्जीवाड़ा को लेकर एक और खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी ने न सिर्फ अपने बहनोई को बिजनेस पार्टनर बनाया, जबकि तीन कंपनियों में उसे डायरेक्टर भी नियुक्त किया था. लेकिन पेशे से कैब ड्राइवर बहनोई को इस बारे में कोई खबर नहीं थी.
अर्पिता मुखर्जी के बहनोई की पहचान कल्याण धार के रूप में हुई है. अर्पिता ने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कल्याण को तीन फर्जी कंपनियों में निदेशक नियुक्त किया था. इन कंपनियों के नाम सिम्बायोसिस मर्चेंट प्राइवेट लिमिटेड, सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड बताए गए हैं. ईडी की जांच में पता चला है कि कल्याण धर, अर्पिता मुखर्जी की छोटी बहन का पति है. हालांकि, धर ने ईडी अधिकारियों को बताया कि उन्हें तीन कंपनियों के निदेशक के रूप में अपना नाम शामिल किए जाने की कोई जानकारी नहीं है.