पोकरण (जैसलमेर).कस्बेकेलाठी थाना क्षेत्र में लाठी फील्ड फायरिंग रेंज में तैनात सेना के जवानों पर एक चरवाहे की पीट-पीटकर हत्या (Army soldiers accused of killing the shepherd) करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. मृतक के परिजनों ने ही जवानों पर यह आरोप लगाया है. मामले में 6 जवानों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है जबकि परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग की.
परिजन मेरान खां ने बताया कि सलमान उर्फ कुलियां और उस्मान खां दोनों बाइक पर सवार होकर अपना पशु ढूंढने लाठी रेंज क्षेत्र में गए हुए थे. तभी अचानक वहां सेना के सुरक्षा गार्डों की एक गाड़ी वहां पहुंची. मेरान खां का आरोप है कि जवानों ने बाइक चला रहे सलमान को रुकवाया और पूछताछ के बाद उसकी पिटाई शुरू कर दी. दूसरा साथी उस्मान वहां से भाग निकला. जवानों ने चरवाहे सलमान को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और फिर खुद ही लाठी अस्पताल पहुंचाकर गायब हो गए. लाठी अस्पताल में चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद चरवाहे को पोकरण रेफर कर दिया. चरवाहे की पोकरण अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. चरवाहे की दो माह पूर्व ही शादी हुई थी.
सेना के जवानों पर चरवाहे की हत्या का आरोप... पढ़ें.जोधपुर: CRPF जवान नरेश ने खुद को मारी गोली, मौत...18 घंटे तक पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर रखा
लाठी के समाजसेवी अजीज खां लाठी सहित दर्जनों लोग अस्पताल परिसर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. सेना के जवानों पर चरवाहे की हत्या के आरोप लगने की सूचना पर सीओ मोटाराम गोदारा और लाठी एसएचओ अशोक बिश्नोई मय जाप्ता अस्पताल पहुंचा और परिजनों से वार्ता की. वहीं पोकरण अस्पताल परिसर में ही शव रखकर परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए. परिजनों का कहना है कि जब तक मामले में कार्रवाई नहीं होगी वे शव नहीं ले जाएंगे. बाद में वे शव लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे.
चरवाहे की मौत पर बवाल
सीओ मोटाराम गोदारा ने बताया कि चरवाहे की हत्या के मामले में परिजन पोकरण एसडीएम कार्यालय के सामने ही शव रखकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे. परिजनों की शिकायत पर सेना के 6 जवानों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया गया है. प्रशासन और परिजन समझौता वार्ता में जुटे हुए हैं. लाठी एसएचओ अशोक बिश्नोई को मामले की जांच सौंपी गई है.
परिजन अभी भी विरोध-प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं. एसडीएम राजेश बिश्नोई, नाचना सीओ कैलाशचन्द्र बिश्नोई, जैसलमेर कोतवाल गिरधरसिंह राठौड़ सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद हैं औऱ प्रशासन की ओर से लगातार समझाइश का प्रयास किया जा रहा है.
यह है पूरा मामला : पोकरण के लाठी थाना क्षेत्र में फिल्ड फायरिंग रेंज क्षेत्र में गायों को ढूंढने गए एक चरवाहे की सेना के जवानों द्वारा पीट-पीटकर हत्या का आरोप लगाते हुए सैंकड़ों लोगों ने पोकरण एसडीएम कार्यालय के आगे बवाल मचा दिया. परिजनों ने आरोप लगाया कि लाठी थाना क्षेत्र में गायों को ढूंढने लाठी गांव निवासी सलमान और उस्मान रेंज एरिया में गए थे, तभी गार्ड की एक टीम ने सलमान नामक चरवाहे को पकड़कर उसके साथ मारपीट कर दिया. इस मारपीट में गंभीर घायल चरवाहे ने पोकरण अस्पताल में दम तोड़ दिया. चरवाहे की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया, जिसके बाद पोकरण अस्पताल परिसर में दो-तीन घंटे शव रखकर लोगों ने विरोध किया, फिर शव को पेटी में पैक करके पोकरण एसडीएम कार्यालय के आगे रखकर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया.
परिजनों की पहली मांग पर पुलिस ने धारा 302 में 6 सेना के जवानों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. इस दौरान कई बार समझौते की कोशिश हुई, लेकिन बेनतीजा रही वहीं पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर ने परिजनों की तरफ से प्रशासन के सामने पैरवी की, लेकिन वार्ता विफल रही. परिजनों ने मांग की है कि कल सुबह जैसलमेर जिला कलेक्टर व एसपी धरनास्थल पहुंच हमारी मांगों सूनकर कठोर कार्रवाई करें. 50 लाख का मुआवजा, दो परिजनों को सरकारी नौकरी दिलाने सहित 6 सूत्री मांगे रखी है. वहीं, परिजनों ने कहा कि फिर शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.