दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

सेना के अधिकारियों ने आर्मी डॉग जूम के पार्थिव शरीर पर किया माल्यार्पण

सेना के अधिकारियों ने सेना के हमले के नश्वर अवशेषों पर माल्यार्पण किया. कैनाइन 'ज़ूम' ज़ूम का 54 AFVH (एडवांस फील्ड वेटरनरी हॉस्पिटल) में निधन हो गया.

सेना के अधिकारियों ने कैनाइन 'ज़ूम' ज़ूम के पार्थिव शरीर पर किया माल्यार्पण
सेना के अधिकारियों ने कैनाइन 'ज़ूम' ज़ूम के पार्थिव शरीर पर किया माल्यार्पण

By

Published : Oct 14, 2022, 11:15 AM IST

Updated : Oct 14, 2022, 2:08 PM IST

श्रीनगर:सेना के अधिकारियों ने सेना के हमले के नश्वर अवशेषों पर माल्यार्पण किया. कैनाइन 'ज़ूम' ज़ूम का 54 AFVH (एडवांस फील्ड वेटरनरी हॉस्पिटल) में निधन हो गया. 9 अक्टूबर को ऑप तांगपावा, अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर में दो गोलियों की चपेट में आने के बाद उनका इलाज चल रहा था. गौरतलब है कि श्रीनगर में जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में घायल आर्मी डॉग 'जूम' ने गुरुवार को अस्पताल में दम तोड़ (Army dog Zoom passed away) दिया.

सर्जरी के बाद से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी. 54 AFVH (एडवांस फील्ड वेटरनरी हॉस्पिटल) में मेडिकल टीम द्वारा जूम के स्वास्थ्य अवस्था पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही थी. आज दोपहर करीब 12 बजे उसका निधन हो गया. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना का डॉग 'जूम' की उन्होंने बताया कि जूम की स्वास्थ्य अवस्था सर्जरी के बाद स्थिर थी. उसके टूटे हुए पिछले पैर को प्लास्टर किया गया था और उसके चेहरे पर चोटों का इलाज किया गया था.

सेना के अधिकारियों ने आर्मी डॉग जूम के पार्थिव शरीर पर किया माल्यार्पण

चिकित्सकों की टीम ने 24-48 घंटें तक उसे अपनी निगरानी में रखा था. गुरुवार सुबह लगभग 11:45 बजे तक जूम स्वस्थ नजर आ रहा था, लेकिन फिर वह अचानक हांफने लगा और दम तोड़ दिया. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान सेना का एक हमलावर कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया था. आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर स्थित इस जिले के तंगपावा इलाके में रविवार देर रात घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.

सेना ने जूम नाम के अपने हमलावर कुत्ते को उस घर के अंदर भेजा, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे. जूम इससे पहले भी कई सक्रिय अभियानों का हिस्सा रहा है. सेना के अधिकारियों ने कहा कि इस बार के अभियान में आतंकवादियों की दो गोली लगने के कारण जूम घायल हो गया था. अधिकारियों ने कहा कि जूम ने पहचान करने के बाद आतंकियों पर हमला किया, जिस दौरान उसे भी दो गोलियां लगीं.'

उन्होंने कहा कि जूम लड़ता रहा और अपना काम पूरा किया, जिसके परिणामस्वरूप दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. इस बहादुर कुत्ते को सेना के पशु चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज हुआ. इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ढेर किया गया, हालांकि दो सैनिक भी घायल हुए थे.

Last Updated : Oct 14, 2022, 2:08 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details